नौसेना का दूसरा जहाज आईएनएस मगर पहुंचा माले पोर्ट, 200 नागरिकों को लेकर लौटेगा

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बंदरगाह पर पहुंचने वाले नागरिकों का तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया गया 



नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.) । भारतीय नौसेना के ऑपरेशन ‘समुद्र सेतु’ के पहले चरण में मालदीव में फंसे 698 भारतीयों को रविवार सुबह स्वदेश लाने के बाद अब नौसेना का दूसरा जहाज आईएनएस मगर आज दोपहर माले पोर्ट पर पहुंच गया। मालदीव से फंसे हुए भारतीय नागरिकों को निकालने और स्वदेश वापसी के पहले चरण में करीब दो हजार लोगों को वापस लाया जाना है।
भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस जलाश्व माले, मालदीव में फंसे 698 भारतीयों को लेकर रविवार सुबह केरल के कोच्चि बंदरगाह पर पहुंच गया, जिसमें 595 पुरुष, 103 महिलाएं (19 गर्भवती) और 14 बच्चे शामिल हैं। भारतीय नौसेना ने आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मगर की मदद से मालदीव में रह रहे करीब 1800 से 2000 लोगों को स्वदेश वापस लाने की योजना बनाई है। इसके लिए नौसेना के जहाजों को चार चक्कर लगाने होंगे। इसमें दो चक्कर कोच्चि के लिए और दो चक्कर तूतीकोरिन के लिए होंंगे। स्वदेश वापसी में जबसे ज्यादा प्राथमिकता जरूरतमंद लोगों को ही दी जा रही है। इनमें बच्चे, बूढ़े, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।
प्रवक्ता के मुताबिक आईएनएस मगर को लैंडिंग ऑपरेशन के लिए डिज़ाइन किया गया है। मालदीव रवाना होने से जहाज में नागरिकों को आराम से समायोजित करने के लिए उसके बेस पोर्ट कोच्चि में सभी आवश्यक लॉजिस्टिक, चिकित्सा और प्रशासनिक तैयारी की गई। कोविड-19 से संबंधित सभी सावधानियों को सुनिश्चित करने के बाद लगभग 200 नागरिकों को वापस लाया जाएगा। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का भी पूरा ख्याल रखा जायेगा। भोजन और वॉशरूम जैसी आवश्यक सुविधाओं के लिए जहाज का एक हिस्सा अलग से तैयार किया गया है। महिलाओं, शिशुओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक अलग मैस बनाई गई है। डाइनिंग हॉल, बाथरूम आदि जैसे सामान्य क्षेत्रों में भीड़ से बचने के लिए नागरिकों को समूहों में बांटकर अतिरिक्त सावधानी बरती गई है।
माले स्थित भारतीय हाई कमीशन की देखरेख में इन भारतीयों को वापस भेजा जा रहा है। पहले चरण में करीब दो हजार भारतीयों को वापस लाया जाना है। विदेश से लौटने वाले भारतीयों के लिए रक्षा मंत्रालय ने कोच्चि सहित चेन्नई, विशाखापट्टनम, भोपाल, जैसलमेर और जोधपुर में एकांतवास केंद्र (क्वारेंटाइन सेंटर) बनाए हैं।मालदीव से आईएनएस मगर के जरिये आने वालों के लिए आज पंजीकरण बंद कर दिया गया जिसके बाद भारतीय नागरिक माले पोर्ट पर पहुंचने लगे। इस ऑपरेशन में 24 घंटे लगे कर्मचारियों ने बंदरगाह पर पहुंचने वाले नागरिकों का तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया। आईएनएस मगर के लिए बोर्डिंग से पहले भारतीय नागरिकों ने मालदीव सरकार, भारतीय नौसेना और सरकार के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। आईएनएस मगर जब माले पोर्ट पर पहुंचा तो वहां जबरदस्त बारिश होने से मौसम काफी खराब था लेकिन देर रात तक अपना मिशन पूरा करके भारत की ओर लौटेगा।

 


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