शुरू हुआ समुद्री अभ्यास पूर्वी हिन्द महासागर क्षेत्र में पहली बार

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भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, जापान, फ्रांस, अमेरिका की नौसेनाएं ले रही हैं हिस्सा  तीन दिन का अभ्यास मैत्रीपूर्ण नौसेनाओं के बीच बनाएगा उच्च स्तर का तालमेल



नई दिल्ली, 05 अप्रैल (हि.स.)। पूर्वी हिन्द महासागर क्षेत्र में पहली बार सोमवार से क्वाड देशों के अलावा फ्रांस की नौसेनाओं के बीच तीन दिवसीय समुद्री अभ्यास ‘ला पेरेस’ शुरू हुआ। इसमें भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सतपुड़ा एक हेलीकॉप्टर के साथ और आईएनएस किल्टन पी8 आई लॉन्ग रेंज मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट के साथ भाग ले रहे हैं। इसके अलावा तीन दिन फ्रांसीसी नौसेना, रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी, जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स और यूनाइटेड स्टेट्स नेवी अपने-अपने जहाजों और विमानों के साथ समुद्र में अभ्यास करेंगी।
 
फ्रांसीसी नौसेना की अगुवाई में हो रहे इस नौसैनिक अभ्यास में फ्रांसीसी नौसेना अपने उभयचर हमला जहाज टोननेर और फ्रिगेट सर्कुफ के साथ भाग ले रही है। यूनाइटेड स्टेट्स नेवी उभयचर परिवहन डॉक जहाज समरसेट के साथ अभ्यास में भाग लेने आई है। रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना ने ऑस्ट्रेलियाई जहाज एनजेक,एक फ्रिगेट और टैंकर सीरियस को तैनात किया है, जबकि जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस शिप (जेएमएसडीएफ) विध्वंसक अकबोनो के साथ इस नौसैन्य अभ्यास में भाग ले रही है। इन जहाजों के अलावा नौसेनाओं के हेलीकॉप्टर भी अभ्यास में भाग ले रहे हैं।
 
नौसेना प्रवक्ता के मुताबिक इस अभ्यास के दौरान जमीनी युद्ध, एंटी-एयर वॉरफेयर और एयर डिफेंस एक्सरसाइज, हथियार फायरिंग एक्सरसाइज, क्रॉस डेक फ्लाइंग ऑपरेशंस, सामरिक युद्धाभ्यास और सीमन्सशिप इवोल्यूशन जैसे जटिल और उन्नत नौसैनिक ऑपरेशन गवाह बनेंगे।यह अभ्यास मैत्रीपूर्ण नौसेनाओं के बीच उच्च स्तर के तालमेल, समन्वय और अंतर-संचालन को प्रदर्शित करेगा। अभ्यास में भारतीय नौसेना की भागीदारी मैत्रीपूर्ण नौसेनाओं के साथ साझा मूल्यों को दर्शाती है जिससे समुद्र की स्वतंत्रता और खुले समावेशी इंडो-पैसिफिक और एक नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय आदेश के प्रति प्रतिबद्धता सुनिश्चित होती है।
 

 


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