बेगूसराय, 01अक्टूबर (हि.स.)। बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि कुछ लोग बाढ़ के नाम पर उत्सव मना रहे हैं। बाढ़ राहत के कागजी दावे और हकीकत में जमीन आसमान का अंतर है। अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय के चार दिवसीय दौरे पर आए गिरिराज सिंह ने सोमवार को अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करने के बाद सर्किट हाउस में पत्रकारों से कहा कि बाढ़ राहत के सरकारी आंकड़े और हकीकत में काफी अंतर है। 2011 से 2014 तक तीन सौ नावें खरीदी गयीं लेकिन मात्र 30 नावों का परिचालन हो रहा है। 42 नावों की मरम्मत हो रही है जबकि दो सौ से अधिक नाव परिचालन योग्य नहीं हैं ।
गिरिराज सिंह ने कहा कि बाढ़ कुछ लोगों के लिए उत्सव बन गयी है और इसी उत्सव की बलिवेदी पर नाव चढ़ गई है। लोग चारा, दवा के लिए चिल्ला रहे हैं। तीन अगस्त को मुख्य सचिव एवं प्रभारी मंत्री के साथ हुई बैठक में व्यवस्था की जितनी बातें रिपोर्ट में कही गई हैं , वे सभी सिर्फ कागज पर हैं । बाढ़ राहत के नाम पर घोटाला किया जा रहा है। 550 रुपए क्विंटल की कुट्टी 990 में और 850 का भूसा 1040 में खरीदा जा रहा है। हाथीदह में गंगा के मीटर को देख जान माल की क्षति का अनुमान लगाया जा रहा है जबकि हकीकत में तबाही देखकर क्षति का अनुमान लगाया जाना चाहिए। सरकारी गाइडलाइन, जनता की असुविधा और व्यवस्था के बीच लोग झूल रहे हैं। जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर अधिकारी रात के अंधेरे में राहत बांटा करते हैं। अधिकारियों के राजनीतिकरण से समाज और व्यवस्था में घुन लगेगा, इससे आक्रोश भी बढ़ेगा। बड़े अधिकारी आते हैं तो ऊंची -ऊंची बातें की जाती हैं लेकिन हकीकत कुछ और ही है।
उन्होंने कहा कि पटना की ऐसी हालत सरकारी कुव्यवस्था से हुई है, प्राकृतिक आपदा से नहीं। यह प्राकृतिक आपदा नहीं, गड़बड़ी की मार है। बेगूसराय में व्याप्त अव्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि बेगूसराय में व्यवस्था के सभी दावे कागज पर चल रहे हैं, व्यवस्था अस्त-व्यस्त है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है और फिर से पत्र लिखेंगे। जनप्रतिनिधि की प्रतिबद्धता क्षेत्र की जनता है लेकिन इस बात को अधिकारी नहीं समझ रहे हैं। रिपोर्ट बिंदु पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी दावे और हकीकत में इतना अंतर नहीं होना चाहिए। बाढ़ पूर्व तैयारी की गई होती तो यह है हाय तोबा नहीं मचता । रिपोर्ट कहती है कि पीएचइडी ने सभी ऊंचे स्थानों पर स्वच्छ पानी की व्यवस्था कर दी है जबकि कहीं कुछ नहीं किया गया है। गिरिराज सिंह ने दो अक्टूबर को बेगूसराय के 47 वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले किसी भी समारोह में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा कि यह स्थापना दिवस दुर्भाग्यपूर्ण है। लोग बाढ़ और बारिश से त्रस्त हैं। वह जनता के बीच जाकर उनसे मिलेंगे, यही उनके लिए महत्वपूर्ण है।
भाजपा जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार दो अक्टूबर से गांधी संकल्प यात्रा शुरू की जानी थी। बाढ़ को देखते हुए दो अक्टूबर को इसकी सांकेतिक शुरुआत हो जाएगी। इसके बाद 11 अक्टूबर को लोकनायक जयप्रकाश की जयंती से 30 अक्टूबर तक जिले के सातों विधानसभा क्षेत्र में संकल्प यात्रा होगी।इस मौके पर अमरेंद्र कुमार अमर, जिला महामंत्री कृष्ण मोहन पप्पू, भाजयुमो के मीडिया प्रभारी मृत्युंजय वीरेश, सुमित सन्नी, शुभम कुमार, पूर्व विधायक रामानंद राम, जिला मंत्री राजीव वर्मा, कुंदन भारती आदि मौजूद थे।