नई दिल्ली, 02 सितम्बर (हि.स.)। अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन को मिली धमकी के बाद दायर अवमानना याचिका पर सुप्रीम कोर्ट मंगलवार (तीन सितम्बर) को सुनवाई करेगा। धवन की ओर से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने इसे चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष जल्द सुनवाई के लिए मेंशन किया। इसके बाद कोर्ट ने तीन सितम्बर को सुनवाई करने का आदेश दिया।
राजीव धवन ने सुप्रीम कोर्ट में दो लोगों के खिलाफ अवमानना याचिका दाखिल की है। एक 88 साल के बुजुर्ग प्रोफेसर षणमुगम हैं, जिन्होंने उन्हें चिट्ठी लिखकर श्राप दिया है। दूसरे संजय कलाल हैं जिन्होंने वॉट्सएप मेसेज भेजा है कि आपके मरने पर राम नाम सत्य ही कहा जाएगा। याचिका तैयार करने में वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने मदद की है। इसमें ये भी लिखा है कि अवमानना याचिका दाखिल करने के लिए अटार्नी जनरल की ज़रूरी मंजूरी नहीं ली, क्योंकि अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल कभी अयोध्या केस में उत्तर प्रदेश सरकार के वकील रह चुके हैं।
88 साल के वृद्ध ने धवन को लिखा है कि आप भगवान के काम में बाधा डाल रहे हैं। मैं श्राप देता हूं कि आपकी जीभ बोलना बंद कर दे। आपके पैर काम करना बंद कर दें। आपको दिखना बंद हो जाए और आपके कान सुनना बंद कर दें। धवन का कहना है कि ऐसा कहकर उन्होंने कोर्ट के काम में बाधा डाली है।