नई दिल्ली, 14 सितम्बर (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट की मानहानि के दोषी प्रशांत भूषण ने 1 रुपये का जुर्माना बैंक ड्राफ्ट के जरिये भरा। प्रशांत भूषण ने कहा कि जुर्माना भरने का मतलब यह नहीं है कि उन्होंने यह फैसला स्वीकार कर लिया है बल्कि वे सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करेंगे। प्रशांत भूषण ने कहा कि सरकार के खिलाफ बोलने के लिए उमर खालिद को गिरफ्तार किया गया। सीताराम येचुरी और दूसरों को परेशान किया जा रहा है।
प्रशांत भूषण ने कहा कि प्रत्येक नागरिक से एक एक रुपया जमा कर एक सच्चाई कोष बनाया जा रहा है जिसका पैसा उनके लिए इस्तेमाल किया जाएगा, जिनको सरकार के खिलाफ बोलने के कारण परेशान किया जा रहा है। भारत मे आज अभिव्यक्ति की आज़ादी के खिलाफ जो लोग सरकार के खिलाफ बोलते हैं उनका मुंह बंद करने के लि सरकार हर तरह का हथकंडा अपना रही है। राजस्थान से किसान मजदूर संगठन के शंकर लाल, बालूराम और ग्यारसी बाई के साथ कई कार्यकर्ता एक-एक रुपया की जमा की गई राशि लेकर आए।
सुप्रीम कोर्ट ने वर्तमान चीफ जस्टिस और चार पूर्व चीफ जस्टिस को लेकर किए गए ट्वीट के मामले पर प्रशांत भूषण पर एक रुपये का जुर्माना लगाया था। जस्टिस अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली बेंच ने जुर्माने का एक रुपया 15 सितंबर तक जमा करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने कहा कि अगर 15 सितंबर तक जुर्माने की रकम जमा नहीं की जाती है तो प्रशांत भूषण को तीन महीने की कैद और तीन साल की वकालत की प्रैक्टिस पर रोक लगाई जाएगी।