भोपाल, 03 जनवरी (हि.स.) । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अखिल भारतीय कांग्रेस सेवा दल के राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में कांग्रेस द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और स्वातंत्र्य वीर सावरकर तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ लिखा विवादास्पद साहित्य बांटा गया। कांग्रेस के इस कृत्य को भाजपा ने शर्मनाक बताते हुए कहा कि कांग्रेस को संघ और सावरकर जी की बुराई करते वक्त अपना इतिहास भी देखना चाहिए।
यहां बांटे गए साहित्य में आरएसएस के बारे में पहले प्रश्न की शक्ल में पूछा गया है कि आरएसएस को फासिस्ट (तानाशाहीवादी) ताकत क्यों कहा जाता है? फिर इसके जवाब में लिखा गया कि आरएसएस ने प्रारंभ से ही हिटलर और मुसोलिनी के फासीवाद से प्रेरणा ली है, जो 1930 और 1940 के दशक के दो कुख्यात तानाशाह थे । आरएसएस उन्हें अपना आदर्श मानती रही है । जैसे हिटलर ने यहूदियों के साथ किया, आरएसएस भी देश के अल्पसंख्यकों को अपने नागरिक अधिकारों से वंचित करना चाहता है। ऐसी अन्य तमाम बातें यहां दी जा रही पुस्तक ”राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी कुछ तथ्य और जानकारी” के जरिए सेवादल के कार्यकर्ताओं को दी जा रही हैं।
वीर सावरकर कितने वीर?
इसके अलावा एक अन्य पुस्तक वीर सावरकर कितने वीर? में कार्यकर्ताओं को बताया जा रहा है कि वीर सावरकर नकारात्मक रूप से कैसे थे। इस पुस्तक में स्वातंत्र्य वीर विनायक दामोदर सावरकर को लेकर कई विवादास्पद बातें लिखी हुई हैं। पुस्तक में इसके साथ यह जिक्र किया गया है कि कैसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिन्दू महासभा ने जर्मन तानाशाह हिटलर के नाजीवाद के विचार को लेकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज के खिलाफ अपनी भूमिका का निर्वाह किया, जिसे इतिहास कभी माफ नहीं कर सकता है। इसी तरह से भाजपा को लेकर भी कई विवादास्पद बातों को यहां भोपाल के बैरागढ़ में कांग्रेस सेवा दल के राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में कार्यकर्ताओं को बताया जा रहा है।
इन बातों को लेकर एक ओर जहां कांग्रेस कह रही है कि शिविर में कार्यकर्ताओं के बीच वही बताया जा रहा है जो सच है। आगे यही जानकारी कार्यकर्ता आम जनता को देंगे, वहीं भाजपा की ओर से इसका विरोध किया जा रहा है। .’आरएसएस और बीजेपी, कुछ तथ्य और जानकारी’ पुस्तक को लेकर भाजपा पदाधिकारियों का कहना है कि कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को भ्रमित और झूठा इतिहास पढ़ा रही है।
भाजपा ने कहा- मतिभ्रम के दौर से गुजर रही कांग्रेस
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कांग्रेस सेवा दल के कार्यक्रम में स्वातंत्र्य वीर सावरकर को लेकर बांटे गए साहित्य पर गंभीर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “कांग्रेस मतिभ्रम के दौर से गुजर रही है। वह समझ नहीं पा रही कि किसका विरोध करें और किसका समर्थन करें। इस दौर में कांग्रेस के नेता उन राष्ट्र भक्तों को निशाना बनाने से नहीं चूक रहे, जो राष्ट्रभक्त विशेष रूप से बहुसंख्यक आबादी के हितचिंतक रहे हैं। इतिहास में ऐसा कोई उदाहरण नहीं मिलता कि अंग्रेजों की गुलामी का विरोध करने के कारण दामोदर सावरकर जी और उनके सगे भाई वर्षों तक एक ही जेल में रहें और दोनों को एक दूसरे की जानकारी नहीं थी। जिन राष्ट्र भक्तों ने ऐसी यातनाएं सही हैं, उनके बारे में कांग्रेस नेताओं के विचार बेहद लज्जाजनक और राष्ट्रभक्ति की परंपरा को अपमानित करने वाले हैं।”
राकेश सिंह ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पर कांग्रेस की असलियत सामने आ गयी है कि वह देश में अराजकता फैलाकर समाज को सम्प्रदाय और जाति में बांटना चाहती है। जनता ने कांग्रेस को इसका करारा जवाब देना शुरू कर दिया है। इस कानून पर आज कांग्रेस जनता के प्रतिरोध के कारण बचाव की मुद्रा में है। कांग्रेस ने सावरकर जी के विषय को अत्यंत आपत्तिजनक तरीके से छेड़कर नागरिकता संशोधन कानून के विषय से ध्यान भटकाने का काम किया है। कांग्रेस अपनी खीझ में भारत के एक-एक नागरिक और उसकी देशभक्ति को अपमानित करने की कुचेष्टा कर रही है।
इंदिरा गांधी ने जारी किया था सावरकर पर डाक टिकट
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर का कहना है कि कांग्रेस को संघ, सावरकर जी की बुराई करते वक्त अपने इतिहास को पहले देखना चाहिए। सावरकरजी का डाक टिकट केंद्र में भाजपा सरकार के रहते जारी नहीं किया गया था। वह तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जारी किया था। अब कांग्रेस के असली विचारक एवं कर्णधार तय करें कि वह किसके साथ खड़े हैं, जिन्होंने सावरकरजी को आजादी का योद्धा बताया था, यानी स्व. इंदिरा गांधी के साथ या आज की दिग्भ्रमित होती कांग्रेस के कुछ नेताओं के साथ। उन्होंने कहा कि मैं किसी का नाम लेना नहीं चाहता। सब जानते हैं मैं आज के किन कांग्रेसी नेताओं की बात कर रहा हूं। आज जो कांग्रेस तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश कर रही है, वह वास्तव में असली कांग्रेस कहीं से नहीं हो सकती। जो ऐसी बेकार की बातें एवं इतिहास को तोड़ मरोड़ कर बता रहे हैं, उन्हें अपने आप पर शर्म आनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने दी सफाई
उधर, कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल ने दावा किया कि सेवादल के शिविर में वही बताया जा रहा है, जो सच है। यहां कोई विवादित साहित्य नहीं बांटा जा रहा। उन्हें जो जानकारी दी जा रही है, इसे लेकर ही कार्यकर्ता जनता के बीच जाएंगे और आम जन को आरएसएस और भाजपा के बारे में सच बताएंगे। उन्होंने कहा है कि आरएसएस साम्प्रदायिक जहर फैलाने का काम करता है। हम तो सिर्फ अपने कार्यकर्ताओं के सामने सच को ला रहे हैं।