कायस्थ समाज के दो सक्षम लोग मिलकर करें एक कमजोर व्यक्ति की सहायता : आरके सिन्हा

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– संगत-पंगत के दूसरे दिन कायस्थ समाज के उत्थान पर विशेषज्ञों ने रखे अपने सुझाव- साथ ही पिछले एक साल की उपलब्धियों का रखा ब्यौरा



पटना, 30 नवम्बर (हि.स.)। कायस्थ समाज के दो सक्षम लोग यदि अपने समाज के एक कमजोर व्यक्ति की मदद करें तो हमारे समाज में रोजी-रोटी, बेरोजगारी, बीमार लोगों के इलाज और शिक्षा जैसी समस्या से हमें निजात मिल सकती है। श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर के प्रांगण में आयोजित तीन दिवसीय चतुर्थ संगत-पंगत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने कहा कि हमारे समाज में कई लोग इस स्थिति में हैं कि वे प्रगति की राह में पीछे छूट गए लोगों की मदद कर सकते हैं। इस सत्र के दौरान सांसद सिन्हा ने समाज कल्याण ट्रस्ट में एक करोड़ रुपये का अंशदान देने की घोषणा की। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि नंदन सहाय ने समाज कल्याण ट्रस्ट की रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि उनका ट्रस्ट जल्द ही पांच करोड़ रुपये के फण्ड से जरुरतमंदों की सहायता करेगा। इस सत्र में जैविक कृषि, शिक्षा और राजनीति जैसे विषयों पर विस्तार से विमर्श किया गया।
चिकित्सा सत्र
संगत-पंगत कार्यक्रम के दूसरे दिन विभिन्न सत्रों में चिकित्सा, रोजगार एवं स्वरोजगार, आदि चित्रगुप्त फाइनेंस लिमिटेड (एसीएफएल) की उपलब्धियां, रक्तदान, जैविक खेती, शिक्षा-छात्रवृति-कोचिंग और राजनीति पर चर्चा की गई। इस मौके पर बिहार के विख्यात शिशु रोग विशेषग्य डॉ. निगम प्रकाश नारायण, हृदय रोग विशेषग्य डॉ. अजित प्रधान और डॉ. अतुल वर्मा ने पिछले एक वर्ष में संगत-पंगत के माध्यम से किये गए सामाजिक कार्यों की रिपोर्ट पेश की। इस मौके पर डॉ. निगम प्रकाश नारायण ने मंच से घोषणा की कि वे हर बुधवार को सप्ताह में एक दिन चित्रगुप्त आदि मंदिर में लोगों के स्वास्थ्य की मुफ्त जांच करेंगे। इसमें केवल कायस्थ समाज के लोग ही नहीं, आसपास के अन्य लोग भी अपना इलाज करा सकते हैं। ख्यातिलब्ध डॉक्टरों का यह समूह शनिवार को कार्यक्रम के चिकित्सा सत्र को संबोधित कर रहा था। इस अवसर पर लखनऊ से आये योगेश श्रीवास्तव ने रक्तदान के फायदे गिनाए. योगेश श्रीवास्तव देश में रक्तदान करने में रिकॉर्ड बनाया है और उनका नाम गिनीज बुक में दर्ज है।
एसीएफएल की उपलब्धियां
एसीएफएल के मुख्य वित्तीय पदाधिकारी ज्ञान मोहन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि हमने महज दो वर्ष के अल्प समय में अपनी माइक्रो फाइनेंस कम्पनी के माध्यम से कुल 56 हजार, 896 परिवारों को स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई है। इन परिवारों को कुल 154 करोड़ रुपए का कर्ज उपलब्ध कराया गया था। उन्होंने बताया कि हमने जिन परिवारों को रोजगार के लिए कर्ज उपलब्ध कराए हैं, उन सभी ने अपने  कर्ज की राशि लौटाई है। फिलहाल एसीएफएल की कुल 32 शाखाएँ कार्यरत हैं, जिनमें 30 बिहार में तथा दो झारखण्ड में हैं।
रोजगार एवं स्वरोजगार सत्र
गाजियाबाद से आए अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि अब समय आ गया है कि कायस्थ समाज के युवाओं को अपनी सोच बदलनी होगी। हमें केवल नौकरी पाने की चाहत छोड़नी  होगी और स्वरोजगार की तरफ बढ़ना होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि हर शहर में कायस्थ समाज के लोगों का एक ग्रुप बनाया जाय जिसमें समर्थ लोग अपने समाज के कमजोर लोगों की मदद करें। इस सत्र को बरेली से आए संजीव जौहरी व भागलपुर से मुकेश कुमार ने भी संबोधित किया। लखनऊ से आए साधना न्यूज़ के सीईओ पंकज वर्मा ने कायस्थ युवकों को मीडिया के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं की जानकारी दी। जीएसटी कमिश्नर के पद  से रिटायर हुए डॉ. अनूप श्रीवास्तव ने युवाओं को जीएसटी रिटर्न फाईलिंग में अपना कैरिअर बनने का सुझाव दिया।
राजनीति सत्र
इस सत्र की अध्यक्षता करते हुए बरेली के विधायक डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि कायस्थ समाज को अब राजनीति में मजबूती से भाग लेना होगा. अन्यथा हम देश, राज्य व समाज के विकास के नीति निर्माण में भाग नहीं ले पाएंगे। इस सत्र को रवि अटल, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदीप सक्सेना, राकेश चंद्र (सीपू जी), सुशील वर्मा, कुमार अनुपम, निर्मल श्रीवास्तव, योगेन्द्र नारायण मलिक और अमिताभ ऋतुराज ने संबोधित किया।

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