पटना, 25 जून (हि.स.)। विधान परिषद की सीट मुस्लिम उम्मीदवार को देकर कांग्रेस ने चुनाव में मुस्लिम वोट बैंक को साधने की कोशिश की थी, लेकिन अंतिम समय पर उस पर पानी फिर गया। कांग्रेस को विधान परिषद चुनाव के लिए तारिक अनवर की उम्मीदवारी रद्द करनी पड़ी। अब उनकी जगह बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष समीर सिंह एमएलसी प्रत्याशी हैं । उन्होंने गुरुवार को निर्वाचन पदाधिकारी सह बिहार विधानसभा सचिव के कक्ष में नामांकन पत्र दाखिल किया। तारिक अनवर जब विधानसभा सचिवालय में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचे तो ऐन वक्त पर बताया गया कि उनके नामांकन पत्र में संलग्न उनके वोटर कार्ड में पता बिहार से बाहर का है। इस कारण तत्काल तारिक अनवर की उम्मीदवारी को रद्द कर पार्टी ने दूसरा उम्मीदवार उतार दिया है। अगर प्रत्याशी नहीं बदला जाता तो तारिक अनवर का नामांकन रद्द हो जाता। तारिक अनवर का नाम और पता दिल्ली का होने के कारण उनका नामांकन नहीं कराया गया।
मेरा नाम दिल्ली के वोटर लिस्ट में हैः तारिक अनवर
तारिक अनवर ने कहा कि पहले मेरे नाम की कोई चर्चा नहीं थी। पार्टी आलाकमान ने मुझे उम्मीदवार बनाया। बाद में यह पता चला कि प्रत्याशी बनने के लिए बिहार की मतदाता सूची में नाम होना जरूरी है, लेकिन मेरा नाम बिहार में नहीं है, दिल्ली के वोटर लिस्ट में है।
काफी इंतजार के बाद एक दिन पहले बुधवार को कांग्रेस ने अपने विधान परिषद के उम्मीदवार की घोषणा की थी और तारिक अनवर को उच्च सदन में भेजने का फैसला लिया था। पार्टी की ओर से इसकी आधिकारिक घोषणा भी कर दी गई। इसके लिए कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने पत्र जारी कर तारिक के नाम की घोषणा की थी।
विधान परिषद की 9 सीटों के लिए 6 जुलाई को होना है चुनाव
बिहार विधान परिषद की 9 सीटों के लिए 6 जुलाई को चुनाव होना है। इसमें तीन सीटें जदयू, तीन राजद, दो भाजपा और एक कांग्रेस के खाते में जानी तय है। विधान परिषद में अभी 29 सीटें खाली हैं । इसमें 12 मनोनयन कोटा, 9 विधानसभा, चार शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र और चार स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के हैं। वर्तमान में जदयू के 20, भाजपा के 16, राजद के तीन, लोजपा और हम के एक-एक, कांग्रेस के दो और निर्दलीय दो विधान परिषद सदस्य हैं।