लखनऊ, 10 सितम्बर (हि. स.)। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा-वृन्दावन में कृष्ण जन्म स्थान से 10 किलोमीटर के क्षेत्र को तीर्थस्थल घोषित किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के टि्वटर हैंडल से इसकी जानकारी दी गई है। सरकार की इस महत्वपूर्ण घोषणा से तीर्थ क्षेत्र में मांस मदिरा की बिक्री पर प्रतिबंध लग गया है।
योगी सरकार राज्य में स्थित सभी धार्मिक स्थलों के विकास को लेकर तेजी से काम कर रही है। इसी क्रम में सरकार ने मथुरा वृंदावन के विकास को गति देने के लिए ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड का गठन किया है। सरकार की तरफ से नगर निगम क्षेत्र घोषित किया गया और तमाम सरकारी योजनाएं मथुरा वृंदावन में संचालित की जा रही हैं। अब भगवान कृष्ण की जन्मस्थली को केंद्र में रखकर 10 किलोमीटर के क्षेत्र को तीर्थ स्थल घोषित किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर दी गई जानकारी में बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने मथुरा वृंदावन में श्री कृष्ण जन्म स्थल को केंद्र में रखकर 10 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के कुल 22 नगर निगम वार्ड क्षेत्र को तीर्थ स्थल के रूप में घोषित किया गया है।
सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मथुरा वृंदावन को पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए प्रयासरत हैं। सरकार की तरफ से वृहद स्तर पर होली का आयोजन किया जा रहा है। योगी सरकार राम नगरी के विकास को लेकर भी पूरी शिद्दत से काम कर रही है। अयोध्या का विकास शुरू कराने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव का आयोजन शुरू किया। मुख्यमंत्री का कहना है कि अयोध्या की पहचान पूरी दुनिया में भगवान राम की वजह से होनी चाहिए। सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करने के लिए सरकार के स्तर पर दीपोत्सव के साथ ही रामलीला का भी आयोजन किया जा रहा है। इससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिला है। इसके साथ ही सरकार ने राम नगरी के समग्र विकास को लेकर हजारों करोड़ रुपये की योजनाएं शुरू की है।