ऑस्ट्रेलियाई कंपनी स्पार्टन पर सचिन ने दर्ज कराया केस
सचिन ने सिडनी स्थित कंपनी पर आरोप लगाया है कि कंपनी ने अपने उत्पादों पर उनके नाम और तस्वीर का इस्तेमाल किया है और इसके लिए जो राशि कंपनी द्वारा उन्हें दी जानी थी उसका भुगतान नहीं किया है। इसके लिए सचिन ने कंपनी से 20 लाख डॉलर (करीब 14 करोड़ रुपये) की रॉयल्टी की मांग की है। इस मामले की सुनवाई 26 जून को सिडनी की अदालत में होनी है।
सिडनी, 14 जून (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने खेल से जुड़े साजो-सामान बनाने वाली ऑस्ट्रेलियाई कंपनी स्पार्टन पर केस दर्ज कराया है।
सचिन ने सिडनी स्थित कंपनी पर आरोप लगाया है कि कंपनी ने अपने उत्पादों पर उनके नाम और तस्वीर का इस्तेमाल किया है और इसके लिए जो राशि कंपनी द्वारा उन्हें दी जानी थी उसका भुगतान नहीं किया है। इसके लिए सचिन ने कंपनी से 20 लाख डॉलर (करीब 14 करोड़ रुपये) की रॉयल्टी की मांग की है। इस मामले की सुनवाई 26 जून को सिडनी की अदालत में होनी है।
एक ऑस्ट्रेलियाई समाचार पत्र के अनुसार, सचिन के वकील ने एक अदालत में एक दस्तावेज दाखिल किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि स्पार्टन स्पोटर्स इंटरनेशनल ने सचिन तेंदुलकर को बकाया राशि नहीं दी है और सितंबर-2018 से 20 लाख डालर की राशि बकाया है। सचिन और कंपनी के बीच जुलाई 2016 में एक करार हुआ था, जिसके तहत कंपनी हर साल सचिन को 10 लाख डालर देने वाली थी। इसके बदले में वह सचिन की फोटो अपनी उत्पाद बेचने के लिए उपयोग करना चाहती थी। सितंबर-2018 में सचिन ने कंपनी के साथ करार खत्म कर दिया और कंपनी से अपनी फोटो का उपयोग करने को मना कर दिया था।
सचिन के वकील ने कहा है कि इसके बावजूद भी कंपनी ने उनकी फोटो का इस्तेमाल किया। इसलिए सचिन ने कंपनी पर केस दर्ज कराने का फैसला किया।