बने जवाबदेह और निभायें अपनी जिम्मेदारी ट्विटर जैसी कंपनियां: विदेश मंत्री
नई दिल्ली, 30 जून (हि.स.)। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने केन्द्र सरकार और ट्विटर के बीच जारी टकराव पर बुधवार को कहा कि बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती।
विदेश मंत्री ने ‘इंडिया ग्लोबल फोरम-2021’ (लंदन) की ओर से आयोजित संवाद में कहा कि अंतरराष्ट्रीय संबंध विभिन्न देशों के रिश्तों पर आधारित होते हैं। हालांकि आज की दुनिया की हकीकत है कि बहुत सी कंपनियां कई देशों से भी बड़ी हैं। इन गैर-सरकारी ताकतों के प्रभाव के बारे में गंभीर चर्चा करने की आवश्यकता है।
ट्विटर के साथ जारी विवाद का सीधे रूप से उल्लेख नहीं करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि यह केवल भारत से जुड़ा मामला नहीं है। यह कंपनियां पूरी दुनिया में डाटा एकत्र करती हैं। यह सवाल स्वभाविक है कि वह अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं या नहीं। वह किसी के प्रति जवाबदेह हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि यह ऐसे मुद्दे नहीं हैं जिन्हें दरकिनार किया जा सके।
विदेश मंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी ने समाज जीवन में बहुत योगदान किया है। यह हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गई हैं। साथ ही एक लोकतांत्रिक देश में यह सवाल पूछा जाना स्वभाविक है कि बड़ी कंपनियां अपनी ताकत अनुरूप जिम्मेदारी निभा रही हैं या नहीं।
संवाद में ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने जयशंकर के कथन से सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि यह कंपनियां बहुत ताकतवर हैं और जनजीवन पर गहरा असर छोड़ रहीं हैं। इन कंपनियों के नियमन के लिए एक कारगर तंत्र स्थापित किया जाना चाहिए।