मास्को, 28 जुलाई (हि.स.)। रूसी पुलिस ने शनिवार को मास्को में सत्ता पर राष्ट्रपति पुतिन की मजबूत पकड़ की निंदा करने वाले करीब एक हजार विपक्षी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। हाल के दिनों में देश में विपक्ष के खिलाफ यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। यह जानकारी रविवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
रिपोर्ट के मुताबिक, विपक्षी सदस्यों को उस समय हिरासत में लिया गया जब वे स्थानीय चुनावों में भाग लेने देने की मांग को लेकर हजारों की संख्या में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। हाल के वर्षों में यह प्रदर्शन सबसे बड़ा था। हालांकि प्रशासन ने प्रदर्शन को अवैध घोषित कर दिया था और लोगों को इसमें भाग लेने से मना किया था।
प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से इस्तीफे की मांग कर रहे थे और ‘रूस विदाउट पुतिन’ के नारे लगा रहे थे। दंगारोधी पुलिस की पोशाक में सुरक्षा कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी बरसाए और उन्हें हिरासत में लेने से पहले उनके साथ सख्ती की। इस दौरान कम से कम एक महिला और एक पुरुष को सिर में चोट लगी। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
रूस में विपक्षी कार्यकर्ताओं खास कर युवकों के साथ सख्ती बरते जाने को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों ने चिंता जताई है। उधर जेल में बंद विपक्षी नेता एलेक्सी नवल्नी ने प्रदर्शनकारियों से आह्वान किया है कि आठ सितम्बर को होने वाले मतदान भाग लेने की मंजूरी के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाएं।
इस बीच अधिकारियों ने कहा कि विपक्ष को मतदान में भाग लेने पर रोक लगा दी गई है, क्योंकि वे अपने समर्थन में लोगों के पर्याप्त सही हस्ताक्षर नहीं जुटा पाए हैं। विदित हो कि रूसी संसद में विपक्ष के एक भी सदस्य नहीं हैं और ना ही समाचार चैनलों पर उनकी खबरें प्रसारित की जाती हैं।