रुद्रप्रयाग में रुके यूपी-बिहार के सैकड़ों मजदूर घर जाने पर अड़े, पुलिस से कहासुनी
रुद्रप्रयाग, 09 मई (हि.स.)। रुद्रप्रयाग जिले में दिहाड़ी-मजदूरी का काम करने वाले यूपी और बिहार 300 से अधिक मजदूर रुद्रप्रयाग में एकत्रित हो गये हैं और घर जाने की जिद पर अड़े हैं। मजदूर किसी भी हाल में यहां नहीं रुकना चाहते हैं। ये लगातार जिले के कई क्षेत्रों से रुद्रप्रयाग में एकत्रित हो रहे हैं। मजदूर घर जाने के लिये इतने आतुर हैं कि वह पुलिस से ही भिड़ जा रहे हैं। रुद्रप्रयाग में गुलाबराय मैदान में मजदूर कोतवाल को घेरने लगे तो कोतवाल को काफी गुस्सा आ गया और वे मजदूरों पर आक्रोशित हो गए लेकिन नाराज मजदूर उनकी सुनने को तैयार नहीं हुए।
जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले यूपी-बिहार के मजदूरों का सब्र का बांध आखिरकार आज यहां टूट ही गया और मजदूर पैदल ही यूपी-बिहार के लिए चल दिये। मजदूरों को उम्मीद थी कि उन्हें उनके घर भेजा जायेगा, लेकिन घर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी जब कोई कार्यवाही नहीं हुई तो मजदूरों ने पैदल जाना ही उचित समझा। इस बीच प्रशासन को जब खबर लगी तो रुद्रप्रयाग मुख्यालय में मजदूरों को रोका गया। इस बीच मजदूर कई किमी का पैदल सफर करके जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग पहुंचे थे। आज सुबह मजदूर घर जाने की जिद पर अड़े रहे।
पुलिस कर्मी मजदूरों को समझाते रहे, लेकिन मजदूर पैदल जाने की ही जिद करते रहे। इस बीच कुछ मजदूर रुद्रप्रयाग के कोतवाल कुंवर सिंह बिष्ट से उलझने लगे। बड़ी मुश्किल से मजदूरों को समझाया गया। पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने कहा कि बड़ी संख्या में मजदूरों को गुलाबराय मैदान में रखा गया है और उनके खाने पीने की व्यवस्था भी की गई है। मजदूर काफी संख्या में मौजूद हैं। ऐसे में उन्हें शारीरिक दूरी बनाने और सैनिटाइजर का प्रयोग करने को कहा जा रहा है लेकिन मजदूर समझने को तैयार नहीं हैं।