देश विरोधी षड्यंत्रों से भी रहना होगा सजग कोविड से लड़ाई में : आरएसएस सरकार्यवाह

0

नई दिल्ली, 24 अप्रैल (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कोरोना महामारी के संकट काल में लोगों से विकट परिस्थिति से निपटने के लिए आगे आकर सेवा कार्यों में सहयोग देने की अपील की है। संघ का कहना है कि समाज विघातक एवं भारत विरोधी शक्तियाँ इस गंभीर परिस्थिति का लाभ उठाकर देश में नकारात्मकता एवं अविश्वास का वातावरण खड़ा कर सकती हैं। धैर्य और मनोबल  बनाए रखते हुए संयम, अनुशासन एवं परस्पर सहयोग से देश इस भीषण परिस्थिति में भी अवश्य विजयी होगा।
 
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने शनिवार को एक बयान में कहा कि कोविड की विकराल होती परिस्थितियों को देखते हुए यह भी सम्भव है कि समाज विघातक एवं भारत विरोधी शक्तियाँ इस गंभीर परिस्थिति का लाभ उठाकर देश में नकारात्मकता एवं अविश्वास का वातावरण खड़ा कर सकती हैं। देशवासियों को अपने सकारात्मक प्रयासों के साथ इन शक्तियों के षड्यंत्रों के प्रति भी सजग रहना होगा ।
 
दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि प्रचार माध्यमों सहित समाज के सभी वर्गों से अनुरोध है कि समाज में सकारात्मकता, आशा और विश्वास का वातावरण बनाए रखने में अपना योगदान दें। सोशल मीडिया में सक्रिय लोग विशेष संयम व सजगता के साथ सकारात्मक भूमिका निभाएं।
 
आपदा में संत्रस्त सभी देशवासियों के प्रति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से संवेदनाएँ व्यक्त करते हुए उन्होंने समाज के आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्वयंसेवकों सहित समाज के सभी सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों तथा सेवा संस्थान, उद्योगों  एवं व्यावसायिक संस्थानों आदि क्षेत्रों के बंधुओं से विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता है कि समस्या के निराकरण हेतु तत्परता एवं सेवा भाव से जुट कर किसी भी प्रकार के अभाव को दूर करने का हर संभव प्रयास करें।
 
सरकार्यवाह ने कहा कि कोविड के चलते सैकड़ों परिवारों ने अपने प्रियजनों को भी खोया है। परिस्थिति विकट है, पर समाज की शक्ति भी कम नहीं होती। विषमतम संकटों से जूझने की हमारी क्षमता जगत विदित है। हमारा विश्वास है कि धैर्य और मनोबल बनाए रखते हुए संयम, अनुशासन एवं परस्पर सहयोग के द्वारा हम इस भीषण परिस्थिति में भी अवश्य विजयी होंगे।
 
उन्होंने कहा कि महामारी के अचानक विकराल रूप लेने से अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन या  दवा जैसे आवश्यक संसाधनों की हो गई है। केंद्र व राज्य के शासन और प्रशासन तथा स्थानीय निकायों द्वारा समस्या के निराकरण हेतु व्यापक प्रयास हो रहे हैं । समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता हमेशा की भाँति देश भर में विभिन्न प्रकार के सेवा कार्यों में सक्रिय हैं। अनेक धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं के साथ सामान्य समाज भी स्वप्रेरणा से चुनौती की गंभीरता को समझ कर सभी प्रकार के प्रयासों में जुट गया है ।
 
उन्होंने कहा कि इस संकट के दौर में हमें कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना आवश्यक है। स्वास्थ्य तथा अनुशासन संबंधी नियमों का सभी पालन करें। सेवा में लगे लोग स्वयं को भी सुरक्षित रखें। मास्क पहनना, स्वच्छता, शारीरिक दूरी, निजी तथा सार्वजनिक कार्यक्रमों में संख्या की सीमा, कर्फ्यू पालन जैसे नियम-अनुशासन एवं आयुर्वेदिक काढ़ा सेवन, भाप लेना, टीकाकरण जैसे स्वास्थ्य के विषयों के बारे में व्यापक जन जागरण करें। अति आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें । समाज से अनुरोध है कि स्थानीय स्तर पर स्वयं होकर सामूहिक निर्णय के द्वारा दैनंदिन गतिविधियों को नियंत्रित करें। सभी स्तरों पर शासन-प्रशासन, चिकित्सकों, चिकित्सा कर्मियों, सुरक्षा एवं स्वच्छता कर्मियों के साथ पूर्ण सहयोग करें।
 

 


प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *