रास चुनाव में शिबू सोरेन व दीपक प्रकाश की राह आसान

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रांची, 15 जून (हि.स.) । झारखंड की दो राज्यसभा सीटों के लिए 3 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। झारखंड मुक्ति मोर्चा से शिबू सोरेन, भाजपा से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश जबकि कांग्रेस की तरफ से शहजादा अनवर उम्मीदवार हैं।
विधायकों के आंकड़े के लिहाज से झामुमो सुप्रीमो और प्रत्याशी शिबू सोरेन का राह आसान है। झामुमो के कुल 29 विधायक हैं हालांकि सोमवार को धनबाद जेल में बंद भाजपा विधायक ढुल्लू महतो की औपबंधिक जमानत याचिका खारिज होने से भाजपा की थोड़ी परेशानी बढ़ी है लेकिन ढुल्लू महतो के पास राज्यसभा चुनाव में मतदान करने की अनुमति को लेकर अलग से याचिका दायर करने का विकल्प बचा है।
वहीं निर्दलीय विधायक सरयू राय द्वारा खुल कर दीपक प्रकाश के समर्थन में आगे आने और दूसरे निर्दलीय विधायक अमित कुमार द्वारा भी पूर्व में ही दीपक प्रकाश को समर्थन दिये जाने की घोषणा दीपक प्रकाश की राह आसान भी हुई है। भाजपा उम्मीदवार को पार्टी के 26 विधायकों के अलावा दो आजसू के और दो निर्दलीय विधायकों का ठोस समर्थन हासिल है ।
 दूसरी तरफ भारत निर्वाचन आयोग ने झारखंड विकास मोर्चा के भाजपा में विलय के बाद दो विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को मतदाता सूची में निर्दलीय बताये जाने के बाद कांग्रेस की स्थिति को थोड़ी कमजोर हुई है।
राज्य की एक सीट के लिए संख्या बल के आधार पर झामुमो प्रत्याशी शिबू सोरेन की जीत तो लगभग तय मानी जा रही है, जबकि दूसरी सीट के लिए कांग्रेस और भाजपा के पास अपने दम पर जीतने के लिए पर्याप्त आंकड़े नहीं हैं , लेकिन जिस तरीके से आजसू पार्टी जिनके दो विधायक हैं ने भाजपा उम्मीदवार को समर्थन देने की बात कही है और दो निर्दलीय भाजपा के साथ है ऐसे में दीपक प्रकाश का जीतना भी लगभग तय माना जा रहा है है।
 झारखंड में राज्यसभा चुनाव में जोड़-तोड़ का पुराना इतिहास रहा है और इस बार भी वो कवायद तेज हो गई है। हाल के दिनों में विधानसभा के दलीय आकड़ों में भी बदलाव हुआ है। कांग्रेस के विधायक राजेंद्र सिंह का निधन हो गया है, जिसके कारण कांग्रेस के विधायकों की संख्या 16 से घटकर 15 हो गई है।
 कांग्रेस खेमे को राजद के एक विधायक का समर्थन भी हैं । बंधु तिर्की और प्रदीप यादव निर्दलीय होने के बाद भी कांग्रेस को समर्थन करेंगे इस प्रकार कांग्रेस के पास 18 विधायकों का ठोस समर्थन हासिल है। झामुमो अपना 2 वोट कांग्रेस को दे सकता है ऐसे में कांग्रेस का आंकड़ा 20 पर आकर टीक जाता है। विधानसभा की इस समय सदस्य संख्या 80 है इसमें से एक मनोनीत सदस्य और उन्हें वोटिंग का अधिकार नहीं है।
इस प्रकार कुल 79 विधायक ही राज्यसभा चुनाव में वोट कर सकेंगे। प्रथम वरीयता में27 वोट मिलने वाला निर्वाचित हो जाएगा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के एक विधायक कमलेश सिंह हैं लेकिन उनकी स्थिति स्पष्ट नहीं है। इस बीच दुबारा चुनाव के तारीखों की घोषणा के बाद राज्य में राजनीतिक पारा भी गर्म हो गया है।
राज सभा चुनाव को लेकर 19 जून को मतदान होगा। महागठबंधन के 2 उम्मीदवारों में शिबू सोरेन का जितना तय है जबकि कांग्रेस के पास संख्या बल नहीं है। संख्या बल के लिहाज से भाजपा उम्मीदवार की स्थिति काफी मजबूत है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा उम्मीदवार दीपक प्रकाश ने जीत का दावा करते हुए सत्ता पक्ष पर जोड़-तोड़ का आरोप लगाया है।तीन में से दो उम्मीदवारों को राज्यसभा जाना है।
खास बात यह है कि इस बार झारखंड में तीनों उम्मीदवार स्थानीय हैं। राज्यसभा चुनाव के दौरान झारखंड मे हार्स ट्रेडिंग का इतिहास रहा है और विवाद भी सामने आया है। ऐसे में इस बार के चुनाव में भी नजरें पुरानी कहानी पर हैं।

 


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