दो दिन से भूखी बच्ची को ट्रेन में दूध पहुंचाने वाला आरपीएफ कॉन्स्टेबल होगा पुरस्कृत
नई दिल्ली, 04 जून (हि.स.)। रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) के कांस्टेबल इंद्र सिंह यादव ने ड्यूटी के दौरान मानवता, सूझबूझ और साहस का परिचय देते हुए दो दिन से भूखी बच्ची को चलती ट्रेन में दूध पहुंचाकर एक मिशाल कायम की है। बच्ची की मां ने उन्हें असली हीरो करार दिया है तो अब रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी उन्हें नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, रेल परिवार द्वारा सराहनीय कार्य। आरपीएफ कांस्टेबल इंद्र सिंह यादव ने ड्यूटी के दौरान सराहनीय कार्य किया। उन्होंने चार महीने की बच्ची को दूध देने के लिए चलती ट्रेन के पीछे दौड़ लगाई। हमें उन पर गर्व हैं। उनके इस कार्य के लिए मैं इंदर सिंह को नगद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा करता हूं।
रेलवे के अनुसार बेलगांव (कर्नाटक) से गोरखपुर जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन 31 मई को 20:45 बजे भोपाल पहुंची।आरक्षक इंदर सिंह यादव प्लेटफार्म ड्यूटी पर तैनात थे। इसी ट्रेन में 23 वर्षीय महिला साफिया हाशमी अपनी 4 माह की छोटी बच्ची व पति हसीन हाशमी के साथ यात्रा कर रही थी। महिला ने ड्यूटी पर तैनात आरक्षक इंदर सिंह यादव से सहायता मांगते हुए कहा कि उसकी बच्ची दूध के लिए रो रही है। उसे पिछले किसी स्टेशन पर दूध पिलाने को नहीं मिला है। इतना सुनते ही आरक्षक इंदर सिंह तत्काल भागा और स्टेशन के बाहर की एक दुकान से 500 ग्राम दूध का एक पैकेट लाकर वापस प्लेटफार्म पर आया लेकिन तब तक ट्रेन चल चुकी थी। ऐसे में इंदर ने मानवता व साहस दिखाते हुए चलती गाड़ी के पीछे दौड़ लगाकर कोच में महिला यात्री को दूध का पैकेट पहुंचाया।
यह सारा घटनाक्रम स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गया। महिला ने भी गोरखपुर पहुंचने पर वीडियो संदेश के माध्यम से इंदर सिंह यादव को मदद के लिए धन्यवाद किया। साफिया ने कहा, जैसे-जैसे ट्रेन की स्पीड बढ़ रही थी, वैसे-वैसे मेरी उम्मीद कम होती जा रही थी। तभी दौड़ते हुए खिड़की में से किसी ने दूध अंदर पहुंचाया। इंदर भाई जैसे ही लोग असली हीरो हैं।