नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.) । कोरोना महामारी के बावजूद रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) द्वारा कामकाज का निर्बाध संचालन किया जा रहा है। हाल ही में प्राधिकरण ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए ऑनलाइन प्री-बिड मीटिंग का सफलतापूर्वक आयोजन किया। ऐसा पहली बार है जब संस्था ने प्री-बिड मीटिंग का ऑनलाइन आयोजन किया है। 30 अप्रैल 2020 को हुई इस बैठक में ऑस्ट्रेलिया के काइटालफेर और लुईस बर्जर समेत देश-विदेश के 30 से भी अधिक प्रमुख कंसल्टेंसी कंपनियों ने हिस्सा लिया। टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (टीसीएस) , सीपी कुकरेजा एवं हाफिज कांट्रेक्टर समेत भारत की कई नामी-गिरामी कंपनियां भी इस प्री-बिड मीटिंग का हिस्सा बनीं।
आरएलडीए के वाइस-चेयरमैन वेद प्रकाश डुडेजा ने गुरुवार को कहा कि उत्तरी रेलवे, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास हमारी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक रहा है। हमने कंसल्टेंसी फर्म के चयन के लिए मंगाई गई निविदा के लिए सफलतापूर्वक ऑनलाइन प्री-बिड मीटिंग आयोजित की, जिसमें 30 से अधिक कंसल्टेंसी फर्मों ने भाग लिया। हम डिजिटल तकनीक के व्यापक उपयोग द्वारा निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पहली प्री-बिड मीटिंग करना एक बेहतरीन और अनोखा अनुभव रहा। इसके अलावा, हम शीघ्र ही ऑनलाइन निविदाएं खोलना शुरू करेंगे।”
भारतीय रेलवे ने उत्तरी रेलवे, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अत्याधुनिक वास्तुकला, सुविधाओं और सार्वजनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकास के लिए आरएलडीए को सौंपा है। इस परियोजना को स्टेशन के भीतर और आसपास के खाली रेलवे भूमि/हवाई क्षेत्र के रियल स्टेट डेवलपमेंट की संभावना का लाभ उठाते हुए प्राइवेट सेक्टर की साझेदारी के जरिये पूरा किया जाना है। उक्त परियोजना का मुख्य उद्देश्य स्टेशनों पर रेल यात्रियों को बेहतर यात्री सेवाएं प्रदान करना और इन स्टेशनों को ‘पीपीपी मॉडल’ के बाद शहरों के प्रतिष्ठित मानक के रूप में बदलना है।
केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स के साथ तालमेल में सेल्फ सस्टेनेबल मॉडल आरएलडीए द्वारा पीपीपी मॉडल के आधार पर देशभर के कुल 62 रेलवे स्टेशनों को पुनर्विकसित किया जा रहा है। पुनर्विकास की पूरी लागत स्टेशन के भीतर और आसपास के खाली रेलवे भूमि/हवाई क्षेत्र के कमर्शियल डेवलेपमेंट से निकाला जाएगा।
आरएलडीए ने बीते 11 मार्च को उत्तर रेलवे के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए, फिज़िबिलिटी स्टडी, मास्टर प्लानिंग, अर्बन डिजाइनिंग, इंजीनियरिंग और डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए कंसल्टेंसी सर्विस प्रदान करने वाली कंसल्टेंसी फर्म के चयन के लिए उपयुक्त बोलीकर्ताओं से बोली आमंत्रित करते हुए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोज़ल (आरएफ़पी) जारी किया था। अब यह टेंडर जून 2020 के पहले सप्ताह में प्रदान करने के लिए निर्धारित किया गया है।
आरएलडीए, रेल मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत एक वैधानिक प्राधिकरण है। वर्तमान में आरएलडीए चार प्रकार के प्रोजेक्ट्स; कमर्शियल प्रोजेक्ट्स, मल्टी फंक्शनल कम्प्लेक्स, कॉलोनी पुनर्विकास और स्टेशन पर काम कर रहा है।