ये है ऋषि कपूर की फिल्मों के मशहूर डायलॉग एवं गाने
ऋषि कपूर फिल्म जगत के महान कलाकार और शानदार अभिनेता थे। रोमांटिक फिल्मों में बादशाहत हासिल करने वाले ऋषि कपूर ने अपने पूरे फिल्मी करियर में हर तरह के किरदार को बखूबी निभाया। उनकी फिल्मों के कुछ मशहूर डायलॉग और गाने दर्शकों के बीच हमेशा दोहराये जायेंगे।
ऋषि कपूर की फिल्मों के मशहूर डायलॉग
फिल्म ‘लैला मजनू’
बेखबर सोए हैं वो लूट के नींदें मेरी, जज्बा-ए-दिल पे तरस खाने को जी चाहता है। कबसे खामोश हुए जो जाने जहां कुछ बोलो..क्या अभी और सितम ढाने को जी चाहता है।’
फिल्म ‘प्रेम रोग’
सभी इंसान एक जैसे ही तो होते हैं। वही दो हाथ, दो पैर, आंखें, कान, चेहरा…सबके एक जैसे ही तो होते हैं…फिर क्यों कोई एक, सिर्फ एक ऐसा होता है जो इतना प्यारा लगने लगता है कि अगर उसके लिए जान भी देनी पड़े तो हंसते हुए दी भी जा सकती है!’
फिल्म ‘डी डे’
‘ये मुल्क तो मेरी मां है…और मुंबई शहर मेरी माशूका!’
फिल्म ‘औरंगजेब’
‘बेहिसाब पॉवर ये बेशुमार पैसा..इन दोनों में से मुझे एक तो चाहिए!’
फिल्म ‘फना’
‘शराब पीने दे मस्जिद में बैठकर गालिब…या वो जगह दिखा दे जहां खुदा ना हो…!’
ऋषि कपूर के फिल्मों के मशहूर गाने
फिल्म ‘बॉबी’
हम तुम एक कमरे में बंद हो /मैं शायर तो नहीं
फिल्म ‘जहरीला इंसान’
ओ हंसनी, मेरी हंसनी
फिल्म ‘कर्ज’
मेरी उम्र के नौजवानों /दर्दे दिल दर्दे जिगर
फिल्म ‘सागर’
चेहरा है या चांद खिला
फिल्म ‘दीवाना ‘
सोचेंगे तुम्हे प्यार करे की नहीं
अभिनेता ऋषि कपूर एक सदाबहार और ऊर्जावान अभिनेता थे। जीवन की कठिन परिस्थितियों भी वह मुस्कुराते रहे। वह फिल्म जगत का वो नायब हीरा थे जिसकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकती। ऋषि कपूर अपने फिल्मों के जरिये हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे।