श्रीनगर, 28 सितम्बर (हि.स.)। कश्मीर घाटी में जुमे की नमाज के दौरान हिंसक प्रदर्शनों की आशंका के चलते शुक्रवार को लगाई गई पाबंदियां शनिवार को ज्यादातर इलाकों से हटा ली गई हैं जबकि कुछ संवेदनशील क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इसे एहतियातन लागू रखा गया है। शनिवार को ज्यादातर पाबंदियां हटने से कश्मीर घाटी में सामान्य जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है। इस दौरान घाटी के सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती बरकरार है।
कल शुक्रवार को पहले की भांति कश्मीर घाटी की जामा मस्जिद सहित अन्य बड़ी मस्जिदों में नमाज़ अदा नहीं करने दी गई। लोगों ने अपने गली मोहल्ले व सड़कों पर खुले में जुमे की नमाज़ अदा की। शनिवार को कुछ संवेदनशील इलाकों को छोड़कर ज्यादातर इलाकों से पाबंदियां हटा ली गई हैं। इस दौरान लाल चौक तथा इसके आसपास के इलाकों में लगाए गए बैरिकेटस तथा कंटीले तारों को भी हटा लिया गया है।
शनिवार को पाबंदियां हटते ही निजी वाहन सड़कों पर दौड़ते नजर आए। सुबह से ही दुकानें भी खुली दिखाई दे रही हैं। रेहड़ी फड़ी वाले भी अपना सामान लगाकर बेचते दिखाई दे रहे हैं। कार्यालयों में भी उपस्थिति सामान्य से अधिक ही देखी जा रही है। स्थानीय लोग भी अपनी रोजाना की जरूरत का सामान खरीने के लिए बाजारों का रूख कर रहे हैं। इसके बावजूद सभी संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षाबल सतर्क हैं।
पूरी कश्मीर घाटी में अब सभी जगह लैंडलाइन फोन सेवा बहाल कर दी गई है। इसके बावजूद जम्मू कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवा अभी भी बंद है।
हालाकि श्रीनगर में राज्य प्रशासन द्वारा टीआरसी के कैफे में छह टर्मिनल पर इंटरनेट सेवा खास कर छात्रों के लिए शुरू की गई है। यह सेवा सुबह आठ बजे से रात नौ बज़े तक उपलब्ध रहेगी। ताकि छात्र अपने नौकरी के लिए फार्म व अन्य जानकारी इससे ले सकें और उन्हें किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।