रेस्क्यू रोबोट : बोरवेल मे गिरे बच्चे को केवल 25 मिनिट में सुरक्षित बाहर निकाल पाएंगे हम
उर्वा अध्वर्यु/गुजरात/अमरेली/ 23 जून (हि.स.) देश के अनेक हिस्सो में बच्चे खेलते खेलते बोरवेल में गिर जाते हैं। इस तरह की घटनाओं से चिंतित गुजरात के एक युवा महेश आहिर ने एक रेस्क्यू रोबोट बनाया है। इस रोबोट के इस्तेमाल से बोरवेल में फंसे बच्चे को बहुत ही कम समय मे सुरक्षित बाहर निकालने मे सुविधा मिलेगी। युवा महेश आहिर 27 जून को दिल्ली में रेस्क्यू रोबोट के साथ प्रधानमंत्री से मिलेंगे। रेस्क्यू रोबोट बनानेवाले महेश आहिर गुजरात के अमरेली जिले के राजुला तहसील के निवासी है। ज्यादातर घटनाओं मे देखा गया है कि बोरवेल में फंसे बच्चे जीवित बाहर नहीं निकाल पाते हैं। महेश लंबे समय से लगातार इस तरह की घटनाओं की चिंता और चिंतन करके एक नई खोज के बारे में सोच रहे थे, और इसी बीच उन्होंने एक रेस्क्यू रोबोट बनाया। महेश आहिर ने कहा कि, रोबोट बनाने की लागत लगभग 60,000 रुपये है। बचाव अभियान में 25 मिनट लगते हैं। और यह रोबोट रिमोट कंट्रोल से चलता है। रोबोट के नीचे सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। यहां तक कि अगर बच्चा बोरवेल में नीचे की ओर अंदर फंस गया है, तो भी रोबोट में कुछ प्रणालियां हैं, जिससे बच्चे को आराम से ऊपर खींचा जा सकता है। रिमोट के जरिए स्थिति मे बदलाव किये जा सकते हैं। महेश के पिता एक किसान हैं और परिवार में सात सदस्य हैं। महेश ने बैंगलोर में बी.टेक. की पढ़ाई की है। वर्तमान में, इस परियोजना के पूरा होने के बाद, उन्होंने एक दस्तावेज बनाया, कुछ डेमो बनाया, फुटेज को पीएमओ मे मेल किया। पीएमओ से प्रतिक्रिया मिली और उन्हें रोबोट के साथ दिल्ली बुलाया गया। महेश ने प्रदूषण को रोकने के लिए एक बाइक भी बनाई है। बाइक अलग अलग डिवाइस से तैयार की गई है और बैटरी पर चलती है। बाइक की खासियत यह है कि सिंगल बैटरी चार्ज औसतन 120 किमी और 100 की स्पीड देता है।