रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन्स सेंटर अयोध्या के विकास में ‘नींव की ईंट’ बना
लखनऊ, 15 जून (हि.स.)। योगी सरकार ने अयोध्या में पर्यटन को बढ़वा देने के लिये प्रयास और तेज कर दिये हैं। इस काम में रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन्स सेंटर ने बड़ी भूमिका निभाई है। अयोध्या नगर निगम के अनुरोध पर चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग के पुनुरुत्थान, नवीनीकरण और सौंदर्यीकरण के लिये लीडार तकनीक से मैपिंग का काम पूरा कर लिया गया है। इस कार्य के पूर्ण होने से अयोध्या में सड़क चौड़ीकरण में आने वाली बाधाओं को चिन्हित कर उसकी रिपोर्ट सबंधित विभाग को भेज दी गई है।
सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि आधुनिक तकनीकी से अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने में जुटी यूपी सरकार को इससे काफी मदद मिलेगी। यहां अनावश्यक पेड़ों की कटाई और रास्ते में आने वाले मकान भी नहीं तोड़े जाएंगे। मार्किंग के तहत ही पेड़ या मकान हटाए जाएंगे। सौदर्यीकरण की प्रक्रिया को और तेजी से किया जा सकेगा। यूपी में विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिये रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन्स सेंटर का गठन किया गया है। उसको प्रदेश के सर्वांगीण विकास की कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सरकार ने सौंपी है।
कोरोना काल में सेंटर ने रिमोट सेन्सिंग, जीआईएस, जीपीएस और लिडार जैसी अत्याधुनिक तकनीकी के इस्तेमाल से प्रदेश के संसाधनों के उचित नियोजन एवं प्रबंधन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सेंटर की ओर से अयोध्या में लीडार तकनीक से की गई मैपिंग से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये संचालित की गई योजना को बल मिलेगा। परिक्रमा मार्ग की वास्तुस्थिति की प्रशासन को पूरी जानकारी मिलेगी। इतना ही नहीं रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन्स सेंटर की ओर से मुरादाबाद स्मार्ट सिटी के विकास के लिये जीआईएस, जीपीआर तकनीक अधारित धरातलीय और भूमिगत यूटीलिटी मैपिंग का कार्य भी किया जा रहा है। भूमिगत जलापूर्ति, सीवरेज लाइनों और अन्य भूमिगत लाइनों की मैपिंग का काम तेजी से हो रहा है। इस कार्य के पूर्ण होने के बाद मुरादाबाद में जहां सुचारू जलापूर्ति में सहायता मिलेगी वहीं मैंपिंग के बाद तैयार आंकड़े व मानचित्र स्मार्ट सिटी परियोजना से संबंधित विभागों के तकनीकी कर्मचारियों को मोबाइल एप के माध्यम से दिये जाएंगे। इससे जमीन के अंदर स्थित पाइप लाइनों में आई तकनीकी खराबी को जल्द सही करने में आसानी होगी।
लोक निर्माण विभाग की सड़कों का डाटा भी तैयार करा रही योगी सरकार
योगी सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन्स सेंटर लोक लोक निर्माण विभाग के अधीन प्रदेश के सड़क मार्गों के डिजिटल डाटा बेस को भी तैयार कर रहा है। इसको मोबाइल एप के माध्यम से तैयार करके विभाग के जीओ-पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इसके साथ ही सड़कों के रखरखाव, पुनर्निर्माण, बजट और खर्च इत्यादि डाटाबेस को भी प्रत्येक सड़क मार्ग से लिंक करने काम किया जा रहा है जिससे सड़कों के रखरखाव एवं पुनर्निर्माण अथवा चौड़ीकरण कराने की जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार का रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन्स सेंटर के चेयरमैन सुधाकर त्रिपाठी ने बताया कि अयोध्या में मार्ग चौड़ीकरण में जो भी बाधाए हैं उनको चिन्हित करके रिपोर्ट संबंधित विभाग को दे दी गई है। इससे चौड़ीकरण में आसानी होगी।