लखनऊ, 14 अप्रैल (हि.स)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्टेट प्लेन अहमदाबाद भेजकर रेमडेसिवर इंजेक्शन की 25 हजार डोज मंगाई है। साथ ही सीएम ने प्रदेश में रेमेडिसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता और बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इस बाबत उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट भी तलब की है।
मुख्यमंत्री योगी ने तीसरी बार स्टेट प्लेन को लोगों के जीवन को बचाने में काम आने वाली दवा लाने के लिए अहमदाबाद भेजा है। इससे पहले उन्होंने पिछले साल नौ जून को ट्रूनेट मशीनें मंगाने के लिए स्टेट प्लेन को गोवा भेजा था। सात अप्रैल को बैंगलोर से राजकीय विमान भेजकर मेडिकल इक्यूपमेंट मंगवाया था। इससे पहले किसी सरकार में ऐसा देखने को अमूमन नहीं मिला है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया है कि बाजार में निर्धारित दरों पर रेमेडिसिविर इंजेक्शन लोगों को मिले, इसे सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा है कि राज्य में कोरोना के इलाज में काम आने वाली अन्य दवाओं की कमी ना होने पाए।
सीएम योगी के निर्देश पर रेमडेसिविर इंजेक्शन सहित कोरोना के इलाज में उपयोग की जा रही आठ दवाओं की उपलब्धता पर नजर रखी जा रही है। राज्य के हर जिले में रेमडेसिविर, आईवरमैक्टिन, पैरासिटामोल, डाक्सिसाईक्लिन, एजिथ्रोमायसिन, विटामिन सी, जिंक टेबलेट, विटामिन बी काम्पलेक्स और विटामिन डी 3 की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। इन दवाइयों की किसी भी जिले में कोई कमी ना होने पाए, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने दवा निर्माता कंपनियों से बात की है।
सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि इन कंपनियों से कहा गया है कि किसी भी दशा में कोरोना के इलाज में काम काने वाली दवाओं की किल्लत ना होने पाए। हर जिले में दवाओं का पर्याप्त स्टाक रहे। इसके लिए हर जिले में दवाओं की उपलब्धता की जानकारी भी स्वास्थ्य विभाग के अफसर कर रहे हैं, ताकि किसी भी दवा की कमी ना होने पाए। उन्होंने बताया कि सीएम योगी ने रेमडेसिविर सहित कोरोना के इलाज में काम आने वाली सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का फैसला किया है, जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मुस्तैदी से कोरोना की इलाज में उपयोग की जाने वाले दवाओं की आपूर्ति पर ध्यान दे रहे हैं और यह अधिकारी दवा विक्रेता संगठन के पदाधिकारियों से वार्ता कर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहे हैं।
प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध
राज्य के ड्रग कंट्रोलर डॉ. एके जैन के अनुसार देश में सात भारतीय कंपनियां मेसर्स गिलीड साइंसेज अमेरिका के साथ स्वैच्छिक लाइसेंसिंग समझौते के तहत रेमडेसिविर इंजेक्शन का देश में उत्पादन कर रही हैं। स्वास्थ्य विभागों ने इन कंपनियों से संपर्क कर प्रदेश को ज्यादा से ज्यादा रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने को कहा है। इन कंपनियों ने जल्द से जल्द राज्य की जरूरत के अनुसार और इंजेक्शन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। वर्तमान में रेमडेसिविर इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में है और गंभीर मरीजों को इसकी डोज दी जा रही है।