नई दिल्ली, 09 अक्टूबर (हि.स.)। मुकेश अम्बानी के स्वामित्व वाली रिलायंस जियो ने अपने प्रीपेड और पोस्टपेड मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं के लिए मुफ्त आउटगोइंग वॉयस कॉल को समाप्त कर दिया है। जियो अब अपने ग्राहकों से अन्य नेटवर्क पर वॉयस कॉल का हर मिनट छह पैसा वसूलेगी।
कंपनी ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस जियो मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं से गैर-जियो मोबाइल फोन पर कॉल करने के लिए इंटरकनेक्ट शुल्क वसूलेगी। जियो मोबाइल पर आने वाली सभी कॉल, जियो से जियो मोबाइल पर सभी आउटगोइंग कॉल और जियो मोबाइल से लैंडलाइन फोन पर सभी आउटगोइंग कॉल वाली मुफ्त सेवा जारी रहेगी।
रिलायंस जियो ने यह कदम इंटरकनेक्ट यूजेज चार्ज (आईयूसी) वसूलने के बाद उठाया है, जो कंपनी हर आउटगोइंग मोबाइल फोन कॉल के लिए दूसरे ऑपरेटर को देती है। जियो ने आईयूसी चार्ज के तौर पर तीन साल में अपनी प्रतिस्पर्धी कंपनियों भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को 13,500 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। इस कदम से होने वाले नुकसान से बचने के लिए जियो ने अन्य नेटवर्क पर किए जाने वाले प्रत्येक कॉल के लिए छह पैसा प्रति मिनट की दर से शुल्क वसूलने का निर्णय लिया है।
जियो ने कहा है कि मोबाइल ग्राहकों को अब आउटगोइंग नेट कॉल पर छह पैसे प्रति मिनट का शुल्क देना होगा। हालांकि अब जियो को टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) की तरफ से कॉल टर्मिनेशन चार्ज को खत्म किए जाने को लेकर की जाने वाली समीक्षा में हो रही देरी के बीच इस तरह का फैसला लेना पड़ा है। हालांकि जियो की तरफ से भरोसा दिया गया है कि वो जियो के ग्राहकों को वॉयस कॉल शुल्क की भरपाई उतने ही कीमत का मुफ्त डाटा देकर करेगी।