संगम की धरती पर 14 माह में चार बार आने का कीर्तिमान बनाएंगे प्रधानमंत्री मोदी

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29 को प्रयागराज में दिव्यांगों और वृद्धों को उपकरण बांटेंगे प्रधानमंत्री



प्रयागराज, 28 फरवरी (हि.स.)।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को प्रयागराज आ रहे हैं। वह यहां 26526 दिव्यांगजनों और वृद्धों को कृतिम उपकरण वितरित करेंगे। इस दौरान बतौर प्रधानमंत्री संगम की पवित्र धरती पर 14 माह में चार बार आने का कीर्तिमान भी वह बनाएंगे।
करीब 14 महीने पहले 16 दिसम्बर 2018 को प्रधानमंत्री मोदी तीर्थराज प्रयाग आये थे और कुम्भ मेले के सफल आयोजन हेतु उन्होंने गंगा पूजन किया था। फिर कुम्भ के समापन पर 24 फरवरी 2019 को पवित्र संगम में पुण्य की डुबकी लगाई थी और परेड मैदान में ही सफाईकर्मियों का पांव पखारकर पूरी दुनिया को उन्होंने समरसता का संदेश दिया था।
इसके बाद लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान नौ मई को मोदी ने इसी परेड मैदान में भारतीय जनता पार्टी की संकल्प सभा को संबोधित किया था। इस तरह 14 महीने के अंदर वह चैथी बार 29 फरवरी को तीर्थराज प्रयाग के उसी परेड मैदान में पहुंच रहे हैं।
देश को सर्वाधिक चार प्रधानमंत्री देने का गौरव संगम नगरी को ही है। स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु की यह कर्मभूमि रही। प्रयागराज के फूलपुर संसदीय क्षेत्र से ही वह लोकसभा पहुंचते थे। दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री भी प्रयागराज के इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतते थे। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी यद्यपि चुनाव रायबरेली से लड़ती थीं, लेकिन प्रयागराज उनकी जन्मभूमि थी और यहां से उनका आजीवन गहरा नाता रहा। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह तो इसी जनपद के मूल निवासी थे। ये चारों राजनेता प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए शायद ही 14 माह में दो या तीन बार प्रयागराज की धरती पर पहुंच पाये होंगे। लेकिन, नरेंद्र मोदी बतौर प्रधानमंत्री 14 महीने में चैथी बार संगम नगरी पहुंच रहे हैं, जबकि प्रयागराज से उनका कभी कोई नजदीक का नाता नहीं रहा।
परेड मैदान पर पांचवीं बार सभा को करेंगे संबोधित
वैसे प्रधानमंत्री बनने से पहले और उसके बाद तीर्थराज में नरेंद्र मोदी के आने का कार्यक्रम शनिवार को छठी बार है। जिस परेड मैदान पर यह समारोह आयोजित हो रहा है, वहां से वह पांचवीं बार सभा को संबोधित करेंगे।
नरेंद्र मोदी ने पहली बार इस मैदान पर लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान चार मई को जनसभा संबोधित की थी। उस समय वह प्रधानमंत्री नहीं थे, बल्कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा इस पद के घोषित उम्मीदवार थे। फिर प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार इस परेड मैदान पर 13 जून, 2016 को उन्होंने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया था। उस समय वह भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने प्रयागराज आये हुए थे। वह बैठक यद्यपि केपी कालेज में हुई थी लेकिन जनसभा का आयेजन स्थल परेड मैदान था।
ऐतिहासिक है प्रयागराज का परेड मैदान
पवित्र संगम की रेती के पास करीब छह सौ बीघा के क्षेत्र में फैला हुआ परेड प्रयागराज का ऐतिहासिक मैदान है। यह यहां के ऐतिहासिक किले के मुख्य द्वार पर स्थित है। मुगल सम्राट अकबर ने इस किले का निर्माण करवाया था। किले के एक तरफ गंगा और दूसरी तरफ यमुना हैं। इसलिए इस खाली मैदान में सशस्त्र सेना रहती थी। ऐतिहासिक दस्तावेजों के अनुसार ब्रिटिश शासनकाल के दौरान इस विशाल मैदान में अंग्रेजी सेना अपना सैनिक अभ्यास किया करती थी।
आजादी के बाद भी परेड मैदान भारतीय सेना के ही कब्जे में है। जनवरी और फरवरी महीने में इस मैदान का उपयोग संगम क्षेत्र में लगने वाले माघ मेला और कुम्भ मेला के लिए होता है। बाकि समय में यहां नगर के लोग टहलने जाते हैं। शहर के कुछ युवा इस मैदान में क्रिकेट जैसे खेलों का अभ्यास भी करते हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 फरवरी को संगम नगरी प्रयागराज आ रहे हैं। परेड मैदान पर वह 26526 दिव्यांगजनों और वृद्धों को कृतिम उपकरण वितरित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी भारतीय वायुसेना के विशेष वायुयान से पूर्वाह्न करीब 11 बजे बमरौली हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे। वहां प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश के प्रमुख मंत्रीगण, सांसद व अन्य विशिष्ट जन उनका स्वागत करेंगे। हवाई अड्डे से वह हेलीकॉप्टर द्वारा कार्यक्रम स्थल परेड मैदान पहुंचेंगे। मंच पर जाने से पहले प्रधानमंत्री मोदी तीन सौ दिव्यांगों से मन की बात भी करेंगे और उनका हाल जानेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री परेड मैदान से ही हेलीकॉप्टर द्वारा चित्रकूट जाएंगे, जहां वह बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखेंगे। वहां से अपराह्न करीब चार बजे वह बमरौली हवाई अड्डे पहुंचेंगे और विशेष विमान से दिल्ली लौट जाएंगे।

 


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