नई दिल्ली/मुंबई, 05 दिसम्बर (हि.स.)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने लगातार पांच बार रेपो रेट में कटौती के बाद इस बार कोई कटौती नहीं करते हुए इसे 5.15 फीसदी पर बरकरार रखा है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाकर 5 फीसदी कर दिया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के बाद इसकी घोषणा की।
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी का पिछला अनुमान 6.1 फीसदी का था, जिसे घटाकर इस बार 5 फीसदी कर दिया है। दूसरी छमाही (अक्टूबर-मार्च) में खुदरा महंगाई दर का अनुमान भी बढ़ाकर 4.7-5.1 फीसदी कर दिया है जबकि पिछली बार यह अनुमान 3.5 फीसदी से 3.7 फीसदी का था।
उल्लेखनीय है कि आरबीआई ने रेपो रेट जितना घटाया बैंकों ने ग्राहकों को उतना फायदा नहीं दिया। इसलिए रिजर्व बैंक ने अक्टूबर से ब्याज दरों को रेपो रेट जैसे बाहरी बेंचमार्क से जोड़ना अनिवार्य किया था। हालांकि, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) समेत प्रमुख बैंकों ने ब्याज दरों को रेपो रेट से लिंक करने का विकल्प चुना।