नई दिल्ली/मुंबई, 07 अगस्त (हि.स.)। अर्थव्यवस्था में सुस्ती को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया(आरबीआई) रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती का ऐलान आज कर सकता है। आरबीआई ने मौद्रिक नीति समीक्षा की पिछली तीन बैठकों में भी इतनी ही कटौती का फैसला लिया था, जिसको देखते हए विश्लेषकों का मानना है कि चौथी बार भी रिजर्व बैंक ये कटौती कर सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लिक्विटिडी बढ़ाने और रेपो रेट में कटौती का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाने के कदम भी उठाए जाएंगे। आरबीआई इस वर्ष रेपो रेट में 0.75 फीसदी की कटौती कर चुका है लेकिन बैंकों ने लोन की ब्याज दरें इतनी कम नहीं की है।
दरअसल जून की समीक्षा बैठक में आरबीआई ने संकेत दिए थे कि इकोनॉमी को सपोर्ट देने के लिए आगे भी ब्याज दरें घटाई जा सकती है। महंगाई दर अभी भी आरबीआई के लक्ष्य के दायरे में है। उधर, वाहन बिक्री में लगातार गिरावट और आठ प्रमुख कोर सेक्टरों की ग्रोथ घटने से आर्थिक मंदी के संकेत दिख रहे हैं।
इसलिए आरबीआई पिछले पांच अगस्त से चल रही द्वीमासिक तीन दिवसीय मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक में रेपो रेट में कटौती का ऐलान कर सकता है। रेपो रेट वह दर है जिस पर बैंकों का बैंक आरबीआई कर्ज देता है। इसमें कटौती से बैंकों के लिए भी ब्याज दरों में कटौती का रास्ता साफ हो जाता है। वहीं, कर्ज सस्ता होने से बाजार में कैश फ्लो बढ़ने की संभावना ज्यादा रहती है।