नई दिल्ली/मुंबई, 16 मार्च (हि.स.)। दुनियाभर में कोरोना वायरस की महामारी और आर्थिक मंदी की आशंका के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्त्तिकांत दास ने यहां एक प्रेस कांफ्रेस को संबोधित किया। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि यस बैंक की पुनर्गठन योजना विश्वसनीय और पूरी तरह से टिकाऊ हैं। उन्होंने कहा कि सभी खाताधारकों का पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है क्योंकि, हमारे लिए निजी क्षेत्र के बैंक भी बहुत महत्वपूर्ण है। दास ने कहा कि यस बैंक के जमाकर्ता 18 मार्च शाम छह बजे के बाद अपना पैसा निकाल सकते हैं।
गवर्नर दास ने सोमवार को प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि देश का केंद्रीय बैंक कोरोना वायरस से उपजे हालात पर नजर रख रहा है और समय आने पर जरूरी कदम उठाए जाएंगे। इस दौरान दास ने रेपो रेट में कटौती की संभावना से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि आरबीआई हर तरह की स्थिति से पूरी तरह निपटने के लिए तैयार है।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविद-19 को वैश्विक महामारी घोषित किया है। भारत में भी कोरोना वायरस से अभी तक कुल 114 लोग प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से दुनिया के अधिकांश देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित है। इन उपजे हालात और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए रिजर्व बैंक पूरी तरह तैयार है। दास ने कहा कि अगले माह आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा समिति (एमपीसी) में इसके असर पर विस्तारपूर्वक चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने में आरबीआई पूरी तरह तैयार और सक्षम है।
गौरतलब है कि आरबीआई ने पिछली बार 4 अक्टूबर को रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट यानी कि 0.25 फीसदी की कटौती थी, जिससे रेपो रेट 5.15 फीसदी पर आ गया था। रेपो रेट में फरवरी 2019 के बाद से कुल 135 बेसिस प्वाइंट यानी कि 0.135 फीसदी तक की कटौती कर चुका है।