आरबीआई ने किया म्यूचुअल फंड के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की विशेष तरलता का ऐलान
नई दिल्ली, 27 अप्रैल (हि.स.)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने म्यूचुअल फंड के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की विशेष तरलता सुविधा का ऐलान किया है। आरबीआई ने ये घोषणा सोमवार को फ्रैंकलिन टेंपलटन संकट से निपटने के लिए किया । गौरतलब है कि देश के अग्रणी म्यूचुअल फंड हाउस फ्रैंकलिन टेंपलटन इंडिया ने 6 डेट फंड स्कीम को बंद कर दिया है, जिससे निवेशकों के करीब 28 हजार करोड़ रुपये अटक गए हैं।
गौरतलब है कि यह पहला अवसर है जब कोई निवेश संस्था कोरोना वायरस से संबंधित हालात की वजह से अपनी योजनाओं को बंद की है। फ्रैंकलिन टेंपलटन इंडिया ने कोरोना की महामारी की वजह से यूनिट वापस लेने के दबाव एवं बांड बाजार में लिक्विडिटी की कमी का हवाला देकर स्कीमें बंद की है।
दरअसल कंपनी का कहना है कि डेट फंड्स में रकम फंसने का डर बढ़ा है। बता दें इन 6 ओपेन एंडेड डेट स्कीम का कुल मिलाकर एसेट बेस लगभग 28 हजार करोड़ रुपये है। इस संकट से निपटने के लिए ही रिजर्व बैंक ने ये रकम देने का ऐलान किया है।
फ्रैंकलिन टेंपलटन इंडिया की कौन-कौन स्कीमें हुई बंद :
-फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन लो ड्यूरेशन फंड
-फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन इनकम ऑपरच्यूनिटी फंड
-फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन शॉर्ट बांड फंड
-फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन क्रेडिट रिस्क फंड
-फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन शॉर्ट टर्म इनकम प्लान
-फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन डायनामिक एक्यूरियल फंड
उल्लेखनीय है कि अपने इस फैसले के बारे में फ्रैंकलिन टेंपलटन इंडिया का कहना है कि कोरोना संकट की वजह से लोगों ने तेजी से अपना पैसा निकाला है, जिससे कंपनी के पास नकदी की कमी हुई है। कंपनी ने कहा है कि वह निवेशकों को चरणों में पैसा वापस करेगी।