नई दिल्ली, 22 मई (हि.स.)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने रेपो रेट में 0.40 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट में 3.35 की कटौती की है। इस कटौती के साथ रेपो रेट घटकर 4 फीसदी पर और रिवर्स रेपो रेट घटकर 3.35 फीसदी पर आ गया है। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने लोन मोरैटोरियम की अवधि 3 महीने और बढ़ा दिया है। रिजर्व बैंक की ब्याज दरों में की गई इस कटौती से भविष्य में लोन की ब्याज दरें घटेंगी और लोगों की सस्ती दर पर कर्ज मिल सकेगा। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना आपदा से पैदा हुआ हालातों से निपटने के लिए रिजर्व बैंक ये कदम उठा रहा है। गवर्नर ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने पॉलिसी रेट में कटौती का फैसला किया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति के फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि समिति ने कोरोना से आई सुस्ती से निपटने के लिए 0.40 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट में 3.35 की कटौती का फैसला किया है।
आरबीआई गवर्नर ने यह भी बताया कि एमपीसी के 6 में से 5 सदस्यों ने रेपो रेट घटाने के पक्ष में वोट दिया। कमेटी की बैठक 3 जून से होनी थी, लेकिन इसे पहले ही कर ली गई।
उल्लेखनीय है कि शक्तिकांत दास की ये तीसरी प्रेस कांफ्रेंस है। आरबीआई गवर्नर ने इससे पहले 27 मार्च और 17 अप्रैल को प्रेस कांफ्रेंस की थी, जिसमें गवर्नर ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने और बैंकिंग सिस्टम में लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए कई उपायों की घोषणा की थी।
आरबीआई गवर्नर के ऐलान की मुख्य बातें :
-ईएमआई चुकाने वाले ग्राहकों को आरबीआई ने बड़ी राहत दी है। रिजर्व बैंक ने लोन मोरैटोरियम की अवधि और 3 महीने के लिए बढ़ा दी है। अब लोग 31 अगस्त तक उठा सकेंगे लोन मोरैटोरियम का लाभ। इसी के साथ मोरेटोरियम की समय सीमा बढ़कर छह महीने हो गई है।
-रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि एक्सपोर्ट क्रेडिट की अवधि 12 महीने से बढ़ाकर 15 महीने कर दी गई है।
-आरबीआई गवर्नर ने बताया कि बैंकों कि ग्रुप एक्सपोजर सीमा को 30 फीसद से बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
-आरबीआई गवर्नर ने बताया कि 15,000 करोड़ रुपये का क्रेडिट लाइन एग्जिम बैंक को दिया जाएगा। साथ ही सिडबी को दी गई रकम का इस्तेमाल आगे और 90 दिनों तक करने की इजाजत दी गई है।
-आरबीआई गवर्नर ने बताया भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 9.2 अरब डॉलर बढ़ा है।
-दास ने कहा कि वित्तीय, मौद्रिक और प्रशासनिक एक्शंस से वित्त वर्ष 2021 की दूसरी छमाही में अर्थव्यवस्था के सुधार की परिस्थितियां बनेंगी।
-मौद्रिक नीति समिति का मानना है कि महंगाई का परिदृश्य मौजूदा समय में अनिश्चित है। दास ने कहा कि मार्च में औद्योगिक उत्पादन 17 फीसद घटा है। अप्रैल में सर्विसेज पीएमआई अबतक के निचले स्तर पर रहा है।
-दास ने कहा, ग्लोबल सर्विसेज पीएमआई में ऐतिहासिक गिरावट देखी गई है। वैश्विक कारोबार के मूल्य में इस वर्ष 13-32 फीसद की कमी आ सकती है।