गया, 01 सितंबर (हि.स.) । राष्ट्रीय महिला आयोग गया पुलिस की कार्यशैली से बेहद खफा है। आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी के कई सवालों का जवाब गया पुलिस के पास नहीं था।आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी शनिवार को जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना की जांच करने और पीड़िता से मिलने पहुंची थीं ।
उल्लेखनीय है कि घटना के बाद गांव में पंचायत बैठी।पीड़िता के बाल काटे गए।पीड़िता और उसके माता-पिता की पिटाई की गई लेकिन पंचायत के तुगलकी फरमान के खिलाफ समय रहते पुलिस का “रिस्पांस” और अब तक की कार्यशैली स्वयं जांच का विषय है।
सिटी एसपी मंजीत से आयोग ने पूछा कि घटना के 20 दिनों बाद भी पीड़िता के वस्त्रों को एफएसएल में जांच के लिए क्यों नहीं भेजा गया? सिटी एसपी मंजीत आयोग के सदस्य चंद्रमुखी देवी को अपने जबाव से संतुष्ट नहीं कर सके।
महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने शनिवार की रात मीडियाकर्मियों को बताया कि गया पुलिस को पीड़िता ने एक वाहन का नंबर बताया था लेकिन गया पुलिस वाहन के नंबर की जांच को लेकर गंभीर नहीं है।
आयोग ने पीड़िता को अब तक मुआवजा नहीं मिलने पर नाराजगी जताई।इस मुद्दे पर चंद्रमुखी देवी का कहना था कि गया पुलिस-प्रशासन की कार्यशैली उसकी नाकामी की ओर इशारा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मात्र चार आरोपी पकड़े गए। चार अन्य वे हैं जो पंचायती में थे। चंद्रमुखी देवी ने बताया कि गया पुलिस का कहना है कि अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कारवाई की जा रही है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने बताया कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर गया पुलिस की कार्यशैली से उन्हें अवगत कराएंगी ।