नई दिल्ली, 13 अप्रैल (हि.स.)। देश में बेतहाशा बढ़ रहे कोरोना मामलों के मद्देनजर बुधवार से शुरू हो रहे पवित्र रमजान माह को लेकर दिल्ली के इमामों से अपील जारी की है। जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी और शाही मस्जिद फतेहपुरी के इमाम डॉक्टर मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने वीडियो संदेश जारी करे देशभर के मुसलमानों से सरकार की तरफ से जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए इबादत करने के लिए कहा है।
देश की दोनों बड़ी मस्जिदों के इमामों का कहना है कि दिल्ली सहित देश के अन्य राज्यों में राज्य सरकारों के जरिए कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए जो गाइडलाइन जारी की गई हैं, उस पर अमल करते हुए मस्जिदों में नमाजियों की संख्या को कम किया जाना चाहिए। उसमें किसी भी तरह की कोई कोताही नहीं की जानी चाहिए। दोनों का कहना है कि अगर जरूरत पड़े तो मुसलमानों को अपने घरों में ही नमाज और दूसरी इबादत का एहतेमाम करना चाहिए।
जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी ने इस समय विकराल रूप धारण कर रखा है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष इस वायरस की चपेट में अधिक लोग आ रहे हैं और इससे मरने वालों की संख्या में भी बेतहाशा वृद्धि हुई है। उनका कहना है कि राज्य सरकारों की तरफ से वायरस के फैलाव को रोकने के लिए भीड़-भाड़ करने पर मनाही की गई है। कल से भारत में पवित्र रमजान का महीना शुरू होने वाला है। इस महीने में मुसलमान रोजा रखते हैं और मस्जिदों में जाकर नमाज अदा करते हैं। उनका कहना है कि राज्य सरकारों की नई गाइडलाइन के अनुसार सभी मस्जिदों के इमामों और इंतेजामिया कमेटियों को मस्जिद में नमाज और दूसरी इबादत करने के लिए आने वाली भीड़ भाड़ को नियंत्रित करने का प्रयास करना चाहिए। उनका कहना है कि इस जानलेवा बीमारी से बचने के लिए मुसलमानों को अपने घरों में ही इबादत करना चाहिए।
शाही मस्जिद फतेहपुरी की इमाम डॉक्टर मुफ्ती मुकर्रम अहमद का भी कहना है कि मुसलमानों, मस्जिदों के इमामों और इंतेजामियां कमेटियों को कोविड-19 महामारी की गाइडलाइन का पालन पूरी मुस्तैदी से करना चाहिए। उनका कहना है कि सरकार को हमें सहयोग करना चाहिए ताकि इस महामारी से सभी को बचाया जा सके। उन्होंने मुसलमानों से अपील की है कि घर से बिना वजह निकलने पर परहेज किया जाए और पवित्र रमजान माह के दौरान घरों में ही इबादत करने को तरजीह दी जानी चाहिए। दोनों बड़ी मस्जिदों के इमामों की अपील पर गली-मोहल्ले की मस्जिदों में कोरोना वायरस गाइडलाइन के मुताबिक सारे इंतेज़ाम किए जा रहे हैं। मस्जिद इंतेजामियां कमेटियों की तरफ से स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर नमाजियों की तादाद को तय किया गया है और उसी पर अमल करने आश्वासन दिया जा रहा है।