दंतेवाड़ा, 14 दिसम्बर हि.स.)। नक्सलियों के शीर्ष नेता रमन्ना की मौत पर जारी संशय पर शनिवार को पूर्णविराम लग गया।एक करोड़ 40 लाख रुपये के इनामी माओवादी नेता और दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी सचिव रमन्ना उर्फ रावला श्रीनिवास की मौत की पुष्टि नक्सलियों के प्रवक्ता विकल्प ने की है।
प्रवक्ता विकल्प ने विज्ञप्ति में रमन्ना के अधूरे सपनों को साकार करने का संकल्प दोहराया। दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने विज्ञप्ति में रमन्ना के संघर्ष का जिक्र भी किया है।
उल्लेखनीय है कि 7 दिसम्बर 2019 की रात 10 बजे तेलंगाना-छत्तीसगढ़ की सीमा पर रमन्ना की मौत होने की सूचना आई थी। मगर किसी ने भी इसकी पुष्टि करने से इंकार कर दिया था। हालांकि इसके बाद ऐसी भी सूचना आई कि तेलंगाना से सटे बीजापुर जिले के जंगल में सोमवार को रमन्ना का अंतिम संस्कार किया गया। मगर नक्सली इस पर चुप्पी साधे रहे।रमन्ना अप्रैल 2010 में हुई अब तक की सबसे बड़ी नक्सल वारदात ताड़मेटला कांड का मास्टरमाइंड था। ताड़मेटला में सीआरपीएफ के 76 जवान मारे गए थे।