नई दिल्ली, 19 दिसम्बर (हि.स.) । दो दिवसीय दौरे पर तेलंगाना गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार शाम को हैदराबाद रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) परिसर में स्वदेशी रूप से विकसित उन्नत हाइपरसोनिक विंड टनल (एचडब्ल्यूटी) परीक्षण सुविधा का उद्घाटन किया। उन्होंने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल परिसर का भी दौरा किया। डीआरडीओ की टीम ने रक्षा मंत्री के सामने क्वांटम कुंजी वितरण (क्यूकेडी) का प्रदर्शन भी किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज सुबह तेलंगाना के डंडीगल में एयरफोर्स अकादमी की संयुक्त स्नातक परेड का निरीक्षण किया। स्नातक करने वाले अधिकारियों में 21 महिलाएं भी शामिल थीं जो भारतीय वायुसेना में बढ़ती महिला अधिकारियों का हिस्सा बनेंगी। इसके अलावा भारतीय नौसेना से छह, इंडियन कोस्ट गार्ड से पांच और विदेशी मित्र देशों से 3 ऑफिसर्स ने फ्लाइंग ट्रेनिंग पूरी की। परेड के समीक्षा अधिकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी को विंग्स से सम्मानित किया गया। कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड हैदराबाद के वायु सेना अकादमी में आयोजित की गई, जिसने भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग एंड ग्राउंड ड्यूटी ब्रांच के 114 फ्लाइट कैडेट्स के लिए प्रशिक्षण की सफल परिणति को चिह्नित किया।
इसके बाद रक्षा मंत्री शाम को डीआरडीओ परिसर गए जहां उन्होंने स्वदेशी रूप से विकसित उन्नत हाइपरसोनिक विंड टनल (एचडब्ल्यूटी) परीक्षण सुविधा का उद्घाटन किया। यह एक स्वदेशी विकास और भारतीय उद्योगों के साथ तालमेल साझेदारी का एक परिणाम है। हाइपरसोनिक सुरंग सुविधा हाइपरसोनिक मिसाइलों, विमानों और इंजनों के भविष्य में होने वाले परीक्षणों में सहायता करेगी। यह पूरी तरह से स्वदेशी प्रयास है जिसमें भारतीय उद्योगों के साथ तालमेल में काम करने की आवश्यकता है। इसके बाद राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल परिसर का दौरा किया। डीआरडीओ के महानिदेशकों, लैब निदेशकों और कार्यक्रम निदेशकों ने उन्हें चल रही परियोजनाओं और तकनीकी विकास के बारे में जानकारी दी।
हैदराबाद स्थित डीआरडीओ की प्रयोगशालाओं ने रक्षा मंत्री के सामने विभिन्न स्वदेशी रूप से विकसित प्रणालियों और तकनीकों का प्रदर्शन किया, जिसमें मिसाइल, एविओनिक्स सिस्टम, उन्नत सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध, क्वांटम कुंजी वितरण प्रौद्योगिकी, और निर्देशित ऊर्जा हथियार शामिल हैं। डीआरडीओ की टीम ने रक्षा मंत्री को क्वांटम कुंजी वितरण (क्यूकेडी) का प्रदर्शन दिखाया। डीआरडीओ ने इस प्रौद्योगिकी के विकास के लिए परियोजना शुरू की है। यह तकनीक सीएआईआर, बेंगलुरु और डीवाईएसएल-क्यूटी, मुंबई द्वारा विकसित की गई है। डीआरडीओ में किए जा रहे काम का उपयोग क्वांटम सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में स्टार्ट-अप और एसएमई को सक्षम करने के लिए किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने क्यूकेडी संचार के सफल प्रदर्शन के लिए डीआरडीओटीम को बधाई दी।