नई दिल्ली, 24 नवंबर (हि.स.)। राजधानी में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के मद्देनजर दिल्ली पुलिस में साल 2025 तक 33 फीसदी महिलाएं भर्ती की जाएंगी। बुधवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ते अपराध चिंता का विषय हैं। इसे रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने कई उपाय किए हैं। हाल ही में दिल्ली में महिला अपराध से निपटने के लिए कई महिलाओं को जिम्मेदारी दी गईं हैं। दिल्ली के नौ थाने में महिला एसएचओ लगाईं गई हैं, जबकि आठ सहायक पुलिस आयुक्त और छह पुलिस उपायुक्त नियुक्त किए गए हैं। इसके साथ साल 2025 तक दिल्ली पुलिस में महिला बल को 33 फीसदी किया जाएगा। इससे महिलाओं में पुलिस को लेकर ज्यादा भरोसा कायम हो पाएगा।
बुधवार को इंडियन वुमेन प्रेस कॉर्प (आईडब्लूपीसी) में आयोजित प्रेस वार्ता में राकेश अस्थाना ने बताया कि अपराध से निपटने के लिए दिल्ली के सभी पीसीआर वैन को पुलिस स्टेशन से जोड़ा जा चुका है। इससे अब रिस्पोंस टाइम सात मिनट से घटकर 3.7 मिनट हो गया है। यानि अब पीड़ित के कॉल के बाद 3.7 मिनट में ही पुलिस की वैन मदद के लिए पहुंच रही है।
ट्रैफिक की समस्या के सवाल पर राकेश अस्थाना ने कहा कि ट्रैफिक को बेहतर रूप से संचालित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। जल्दी ही नतीजे सभी के सामने होंगे। साइबर क्राइम के बढ़ते मामले को देखते हुए भी उन्होंने बताया कि एक दिसंबर से दिल्ली के सभी जिलों में साइबर थाने की शुरुआत की जा रही है। इसके लिए सात हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।