नई दिल्ली, 23 सितम्बर (हि.स.)। राज्यसभा की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। राज्यसभा का मानसून सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। 14 सितम्बर से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र में राज्यसभा से 25 विधेयक पारित किए गए और 6 नए विधेयक सदन के पटल पर रखे गए। 22 सितम्बर को उच्च सदन राज्यसभा में 7 विधेयक पास हुए। इन विधेयकों में तिलहन, अनाज, दालें, खाद्य तेल, आलू और प्याज को आवश्यक वस्तु की सूची से हटाने वाला बिल भी शामिल है
राज्यसभा सभापति एम. वेंकैया नायडू ने बुधवार को राज्यसभा की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सदन में उपस्थित रहे। नायडू ने कहा कि इस सत्र में 25 विधेयक पारित किए गए और 6 नए विधेयक सदन के पटल पर रखे गए। उन्होंने इस सत्र में सदन के कामकाज का ब्योरा पेश करते हुए कहा कि सदन की बैठक 38.30 घंटे होनी थी किंतु उससे ज्यादा 38.41 घंटे कामकाज हुआ।
नायडू ने कहा कि हमने मानसून सत्र के दौरान 18 बैठकें करने की योजना बनाई थी किंतु हम 10 बैठकें ही कर सकें। इसके साथ ही सदन की कार्यवाही 6 अलग-अलग स्थानों से हुई। इसके अलावा, पहली बार सदन की बैठक शनिवार और रविवार को भी आयोजित की गई। नायडू ने कृषि संबंधित विधेयक के पारित किए जाने के दौराव विपक्षी सदस्यों के अमर्यादित आचरण की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह का आचरण दोबारा न हो।
उल्लेखनीय है कि संसद का मानसून सत्र 14 सितम्बर से एक अक्टूबर तक तय था किंतु कोरोना महामारी और सांसदों के संक्रमित होने के मामले बढ़ता देख बैठक तय अवधि से पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।