राज्य सभा में उठा जॉर्ज सोरोस का मुद्दा, हंगामे के बाद कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित
नई दिल्ली : धन के उपयोग से दुनिया भर में सत्ता परिवर्तन के कथित प्रायोजक जार्ज सोरोस और कांग्रेस नेतृत्व के बीच संबंधों सहित विभिन्न मुद्दों पर नारेबाजी के बीच गुरुवार को राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
इससे पहले गुरुवार को उच्च सदन की बैठक की शुरुआत करते हुए सभापति जगदीप धनखड़ ने आज सूचीबद्ध संसद की स्थाई समिति की रिपोर्ट को संबंधित सदस्यों को पटल पर रखने को कहा। सभापति ने बताया कि उन्हें आज पांच नोटिस मिले हैं जिसमें कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी का हाइकोर्ट के न्यायधीश की टिप्पणी का मुद्दा शामिल है। सभापति ने नियमों के तहत इन नोटिस को अस्वीकार करते हुए सदन के नेता जेपी नड्डा को शुरुआत करने को कहा।
राज्य सभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेस कर के सभापति पर सवाल उठाए, ये बहुत आपत्तिजनक है, इसकी जितनी भर्त्सना की जाए वो कम है। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि सभापति उन्हें मौका नहीं देते, पक्षपात करते हैं। लेकिन सभापति ने उन्हें कई बार चैंबर में बुलाया है। लेकिन कांग्रेस नेता अपने ट्विटर हैंडल पर राज्यसभा अध्यक्ष को राज्यसभा लीडर करके संबोधित करते हैं। कांग्रेस ने संवैधानिक पद की गरिमा को धूमिल करने का काम किया है। नड्डा ने कहा कि इससे पहले कांग्रेस नेता ने सभापति की मिमिक्री कर उन्हें अपमानित करने का काम किया है। देश की जनता माफ नहीं करेगी।
जेपी नड्डा ने हंगामे के बीच दोहराया कि कांग्रेस को देश को बताना चाहिए कि सोनिया गांधी का जॉर्ज सोरोस से क्या संबंध है। ये देश की आम जनता जानना चाहती है। जो आदमी देश को अस्थिर करने के लिए पैसा देता है और उसकी कठपुतली बन के कांग्रेस आवाज उठाती है। देश को भटकाने के लिए आपको माफी नहीं मिलेगी। उन्होंने सदन में निंदा प्रस्ताव लाने की बात कही । इसके बाद सदन में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जेपी नड्डा के सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सत्ता पक्ष असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रहा है। दोनों पक्ष की तरफ से जोरदार हंगामा होने के बाद सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।