नई दिल्ली, 02 जुलाई (हि.स.)। अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लेह-लद्दाख दौरे पर नहीं जाएंगे। इस समय लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल के पूरे हालात को देखते हुए रक्षामंत्री का दौरा आने वाले दिनों में फिर बन सकता है।रक्षा मंत्री को वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ चीनी आक्रमण के मद्देनजर पूर्वी लद्दाख में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए शुक्रवार को लेह-लद्दाख के दौरे पर जाना था।
पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर चल रही हलचल का जायजा लेने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को 03 जुलाई को जाने का कार्यक्रम तय किया गया था। रक्षा मंत्री के साथ सेना प्रमुख को भी जाना था। उन्हें लेह के 14 कोर मुख्यालय में सीमा पर सेनाओं की तैनाती और तैयारियों के बारे में व्यापक जानकारी दी जानी थी। चीन से अब तक कोर कमांडर स्तर की तीन दौर की वार्ता नाकाम रहने की वजहों के बारे में बताया गया है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की लेह यात्रा को पुनर्निर्धारित किया जा रहा है। हालांकि इससे पहले सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे दो बार और वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया एक बार पूर्वी लद्दाख सीमा का दौरा कर चुके हैं।
भारत-चीन सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सैन्य, राजनीतिक के साथ-साथ कूटनीतिक स्तर पर भी प्रयास चल रहे हैं। यही वजह है कि पिछले एक पखवाड़े से एलएसी पर कोई बड़ी घटना नजर नहीं आई है। एलएसी गतिरोध पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी कह चुके हैं कि भारत-चीन सीमा रेखा विवाद को कूटनीति के जरिए हल किया जाएगा।