जैसलमेर, 16 अगस्त (हि.स.) । रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को पहली पुण्यतिथि पर पोखरण पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में रक्षामंत्री ने देश की परमाणु नीति पर महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि परमाणु आयुध को लेकर अब तब हमारी नीति पहले इस्तेमाल न करने की रही है। अब भविष्य में क्या होगा, यह उस वक्त के हालात तय करेंगे।
इससे पहले रक्षामंत्री सिंह ने जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन में अंतरराष्ट्रीय आर्मी स्कॉउट्स मास्टर प्रतियोगिता के समापन समारोह में शिरकत की। उनके साथ थल सेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत और दक्षिण कमान के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी भी मौजूद थे।
राजनाथ ने सभी आठ देशों की टीमों को प्रतियोगिता के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि विकट परिस्थितियों में सभी देशों के जवानों ने युद्ध कौशल का परिचय दिया। उसके लिए मैं सभी को बधाई देता हूं और आशा करता हूं कि इस प्रतियोगिता के आयोजन से सभी आठ प्रतिभागी देशों के बीच मधुर संबंध स्थापित होंगे।
प्रतियोगिता में भारत के साथ रूस, चीन, आर्मेनिया, बेलारूस, कजाखस्तान, सूडान और उज्बेकिस्तान की टीमों ने भाग लिया।
रक्षामंत्री ने प्रतियोगिता के सभी पांच चरणों के विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया। प्रतियोगिता के पांच में से चार चरणों में भारत की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त कर सर्वश्रेष्ठ युद्ध कौशल का परिचय दिया है। रक्षामंत्री ने भारतीय टीम को ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया। समापन समारोह के अवसर पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।
उल्लेखनीय है कि मई 1998 में भारत ने परमाणु परीक्षण किए थे। उस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे।