लखनऊ, 06 फरवरी (हि.स.)। राजधानी लखनऊ में चल रहे पांच दिवसीय डिफेंस एक्सपो में गुरुवार को डिफेंस कारिडोर को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस कारिडोर में निवेश के लिए उद्यमियों को आमंत्रित किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निवेशकों को हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
सेमिनार को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा कि देश की पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में उत्तर प्रदेश की भूमिका अति महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि इस समय उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था बड़ी तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में उप्र का योगदान सबसे अधिक होगा। रक्षा मंत्री ने सेमिनार में भाग ले रहे उद्यमियों का आह्वान किया कि वे डिफेंस कारिडोर में निवेश करें, उप्र सरकार उन्हें हर तरह का सहयोग देने को तैयार है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पहले लोग उप्र में निवेश करने से कतराते थे, लेकिन उनकी सरकार ने पिछले दो वर्षों में यहां के माहौल को निवेश के लिए अनुकूल बना दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था में तेजी से सुधार हुआ है और राज्य सरकार ने अपनी नीतियों को निवेशकर्ताओं के हित में बनाया है।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो साल पहले जब दो डिफेंस कारिडोर की घोषणा की थी और उनमें से एक उप्र से होकर गुजरेगा। योगी ने कहा कि उप्र में एक्सप्रेस वे का जाल बिछाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने रक्षा उत्पादों को लेकर एक नीति भी बना चुकी है। इसके अलावा प्रदेश में भूमि भी काफी उपलब्ध है क्योंकि सरकार ने इसके लिए लैंड बैंक बनाया है।
सेमिनार को प्रदेश के उद्योग मंत्री सतीश महाना ने भी सम्बोधित किया। पूर्व में इंडस्ट्रियल विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवनीश अवस्थी ने डिफेंस कारिडोर को लेकर राज्य सरकार की नीतियों और निवेशकर्ताओं को दी जाने वाली सुविधाओं का प्रस्तुतीकरण किया। यह सेमिनार यूपीडा, फिक्की और प्रदेश सरकार के उद्योग विभाग द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित की गई थी।
राज्य सरकार को उम्मीद है कि डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर में हथियार, गोला बारुद व सहायक उपकरण निर्माण के तमाम उद्योग लगेंगे। इससे प्रदेश के लाखों नौजवानों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।