विद्यार्थियों को सैन्य प्रशिक्षण देगा संघ, अगले सत्र से होंगे प्रवेश

0

इस स्कूल का शिलान्यास 24 अगस्त 2018 को जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि और तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डाॅ. सत्यपाल सिंह ने किया था।



मेरठ, 30 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उर्फ रज्जू भैया के नाम पर विद्यार्थियों को सैन्य प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए बुलंशहर के शिकारपुर ब्लाॅक के खंडवाया गांव में रज्जू भैया सैनिक विद्या मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। लगभग 40 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस सैनिक स्कूल में अगले शैक्षिक सत्र से प्रवेश दिए जाएंगे।
आरएसएस के आनुषांगिक संगठन विद्या भारती शिकारपुर क्षेत्र के खंडवाया गांव के पास रज्जू भैया सैनिक विद्या मंदिर का निर्माण करा रहा है। इस स्कूल का शिलान्यास 24 अगस्त 2018 को जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि और तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डाॅ. सत्यपाल सिंह ने किया था। अब तेजी से इसका निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस स्कूल में 28 कमरों का निर्माण किया जा चुका है। सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध इस विद्यालय में सैनिक शिक्षा पद्धति से पढ़ाई होगी। कक्षा छह से 12 तक चलने वाले विद्यालय में बच्चों को शुरू से ही शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वह भविष्य में सेना के लिए तैयार हो सकें।
पूर्व सैनिक ने दान में दी 32 बीघा जमीन
खंडवाया गांव के निवासी राजपाल सिंह सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद गांव आ गए। कोई संतान नहीं होने के कारण राजपाल की इच्छा कोई समाज सेवा का बड़ा कार्य करने की थी। संघ के प्रचारकों से मुलाकात के बाद राजपाल सिंह ने अपनी 32 बीघा जमीन सैनिक स्कूल के नाम दान करने का निर्णय लिया। इसके लिए राजपाल सिंह जन कल्याण सेवा समिति ट्रस्ट बनाया गया। राजपाल को ट्रस्ट का आजीवन सदस्य बनाया गया।
कक्षा छह से दिए जाएंगे प्रवेश
ट्रस्ट के सदस्य प्रदीप सिंघल ने बताया कि सैनिक स्कूल के तीन मंजिला भवन में क्लास रूम, मीटिंग हॉल, पुस्तकालय, लैब, मैदान होगा। 16 बीघा जमीन में भवन तैयार हो रहा है और 16 बीघा जमीन में स्टेडियम बनाया जा रहा है। विद्या भारती के पदाधिकारियों की निगरानी में निर्माण कार्य चल रहा है। स्कूल में अप्रैल 2020-21 के शैक्षिक सत्र से प्रवेश दिए जाएंगे। इसके लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। शारीरिक प्रशिक्षण के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। पहले साल 40-40 विद्यार्थियों के चार अनुभाग चलाए जाएंगे। यह स्कूल आवासीय सुविधा से युक्त होगा। देश में अपनी तरह का यह पहला स्कूल है। इसमें शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सैनिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वह योग्य सैनिक सिद्ध हो सकें। इसमें अनुशासन और नैतिकता पर विशेष जोर दिया जाएगा।
संघ के सरसंघचालक रहे रज्जू भैया
जिन राजेंद्र सिंह उर्फ रज्जू भैया के नाम पर सैनिक स्कूल की स्थापना की जा रही है, वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चौथे सरसंघचालक थे। रज्जू भैया का जन्म 29 जनवरी 1922 को बुलंदशहर जनपद के पहासू विकास खंड के बनैल गांव में हुआ था। बचपन से ही संघ से जुड़े थे। वह इलाहाबाद विवि में 1943 से 1967 तक भौतिक विज्ञान के प्रोफेसर भी रहे। वह पूरे जीवन सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *