बेंगलुरु, 23 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर कर्नाटक में कई दिन से हो रही मूसलाधार बरसात जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मंगलवार तक 12 लोगों की मौत हुई है। इनमें बेलगावी के दो, कोप्पल के तीन, हावेरी के तीन और रायचूर, बागलकोट, धारवाड़ और मंड्या के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं।
प्रदेश के 12 जिले बरसात से बुरी तरह प्रभावित हैं। कई गांव जलमग्न हो गए हैं। कुछ स्थानों पर पुल और सड़कें बह गई हैं। बारिश से बेलगावी, बागलकोट, हावेरी, गदग, धारवाड़ और रायचूर सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। हावेरी जिले में सैकड़ों मकान ढह गए हैं। चित्रदुर्ग जिले में कई मवेशी बह गए हैं। 21 अक्टूबर को हिरेकरुर में एक नहर में बहे 14 वर्षीय शोएब का शव बुधवार को मिल गया है।
इस बरसात से महाराष्ट्र में कृष्णा और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं। रायबाग तालुक में चिक्कोडी तालुक और कुडुची के कई पुल जलमग्न हो गए हैं। बड़ी संख्या में लोगों को राहत केंद्रों में भेजा गया है। उधर, तुंगभद्रा बांध से 1.75 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद होसपेटे में तुंगभद्रा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। हम्पी के अधिकांश स्मारक डूब गए हैं।
गदग-बेटगेरी के शहरों के निचले इलाकों में 30 से अधिक घरों में बारिश का पानी घुस गया है। बेंगलुरु में भी मंगलवार रात तक बारिश जारी रही। शहर की कई सड़कें लबालब हो गईं। बारिश के दौरान कुछ पेड़ गिर गए। मंगलवार को शहर के दक्षिणी, उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में मध्यम से भारी वर्षा और महादेवपुर और व्हाइट फील्ड क्षेत्रों में हल्की वर्षा हुई।
केंगेरी में सर्वाधिक 70 मिमी जबकि सबसे कम वर्षा बोम्मनहल्ली (8.5 मिमी) और यशवंतपुरा (4 मिमी) में दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी तीन-चार दिनों तक बारिश जारी रहने की संभावना है। शनिवार तक दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ के तटीय जिलों में रेड अलर्ट रहेगा। उत्तर कर्नाटक के बेलगावी, धारवाड़, गदग, हावेरी, कोप्पल, मैसूरु, चामराजनगर, चिक्कमगलुरु, शिवमोग्गा और कोडगु जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।