भोपाल, 01अप्रैल (हि.स.) । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल एवं आर्थिक राजधानी इंदौर में तेज होते कोरोना कहर से जंग लड़ने के लिए रेलवे ने अपनी तैयारियों में तेजी ला दी है। भोपाल एवं इंदौर में अब तक 40-40 की संख्या में कोचों को ‘आइसोलेशन वार्ड’ में परिवर्तित किया जा रहा है। इसके लिए दोनों ही जगह पर सामान्य और स्लीपर कोचों को चुना गया है और फिर इस पर चिकित्सकीय दृष्टि से काम करना शुरू कर दिया गया है।
इस संबंध में वरिष्ठ रेलवे प्रवक्ता जितेंद्र कुमार जयंत ने बुधवार बताया कि प्रदेश में लगातार कोविड-19 का संक्रमण बढ़ रहा है। इसको देखते हुए रेलवे ने अपनी कमर कस ली है। उन्होंने कहा कि मालवांचल खासकर इंदौर, उज्जैन और रतलाम क्षेत्र में इसके सबसे अधिक मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में सभी बातों को ध्यान में रखकर पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल द्वारा इंदौर कोचिंग डिपो में 40 सामान्य तथा स्लीपर कोचों को ‘आइसोलेशन वार्ड’ के रूप में परिवर्तित करने का काम इन दिनों किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार भोपाल में भी निशातपुरा रेल फैक्टरी ने कोरोना पेशेंट्स के लिए 40 आइसोलेशन कोच तैयार करने की दिशा में अपना काम शुरू कर दिया है। यहां बनाए जा रहे प्रत्येक कोच में अधिकतम 10 लोगों को एक निश्चित दूरी के बनाकर रखा जा सकता है। इसमें ऑक्सीजन से लेकर तमाम ज़रूरी उपकरण इस कोच में हैं। बर्थ को एक पर्दे से ढका भी गया है जिससे कि आइसोलेट होने वाला व्यक्ति अपनी सुविधा के अनुसार पर्दे को बंद और खोल सकेगा। कोचों में आइसोलेशन की सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। साथ ही डॉक्टर नर्स सहित जरूरी स्टाफ के रुकने की व्यवस्था भी प्रत्येक कोच में की जा रही है ।
उल्लेखनीय है कि इसे लेकर कुछ दिन पूर्व ही केंद्र सरकार की ओर से विभाग के सभी मंडलों को निर्देश भेजे गए थे। इसके बाद से देशभर की रेलवे वर्कशॉपों में 20 हजार कोरोना आइसोलेशन कोच तैयार किए जा रहे हैं। रेल मंत्री पीयुष गोयल ने भी ट्वीट करके सभी को बताया था कि ”आइसोलेशन कोच बनाने से लेकर रेलवे अस्पतालों के लिए अतिरिक्त उपकरण उपलब्ध कराने तक, भारतीय रेलवे देश को कोविड-19 के खतरे से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है।” फिर उन्होंने इस संबंध में आज लिखा है कि ”कोरोना संकट से निबटने में भारतीय रेलवे ने कम समय में सबसे बढ़िया काम किया है। रेलवे बॉगी में आइसोलेशन सेंटर बनाने से लेकर जरूरी चीजों की ढुलाई और सुदूर इलाकों तक पहुंचाने में,तैयारी निश्चित तौर पर उसका असर भी दिखा है। इनकी तारीफ जरूर होनी चाहिए रिस्पांस के लेवल पर।”