नई दिल्ली, 26 नवम्बर (हि.स.)। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय रेलवे के सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (पीएसयू) रेलटेल की स्टेशन वाई-फाई परियोजना की सराहना करते हुए कहा कि ‘वाई-फाई की सुविधा वाले 5400 से अधिक स्टेशन आने वाले समय में रेलवे स्टेशनों को डिजिटल बदलाव का केंद्र बनाने में मदद करेंगे।’
रेलटेल के 20वें स्थापना दिवस को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेलटेल सही मायनों में नई सदी का पीएसयू है, जिसका इतिहास तो संक्षिप्त है लेकिन उसका भविष्य उज्ज्वल है। उन्होंने कहा कि रेलटेल ने 5400 से भी अधिक रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई सेवा के जरिए देश के हर कोने में वाई-फाई उपलब्ध कराकर उल्लेखनीय काम किया है। उन्होंने कहा कि रेलटेल अब विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है, इसलिए उसे आने वाले वर्षों में नई ऊंचाइयों को छूने और 10 हजार करोड़ रुपये की कंपनी बनने का लक्ष्य तय करने की जरूरत है।
रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी ने कहा कि रेलटेल ने अपनी शुरुआत 15 करोड़ रुपये की कंपनी के रूप में की थी और अब यह एक हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा की कंपनी है। उन्होंने छोटी सी अवधि में ही 5400 से भी अधिक स्टेशनों को वाई-फाई से कनेक्ट करने के लिए रेलटेल को बधाई दी। अंगड़ी ने रेलटेल के सीएमडी को ‘भारतनेट’ के तहत ग्राम पंचायतों को आपस में तेजी से कनेक्ट करने की सलाह दी ताकि गांवों में रहने वाले लोगों को भी वाई-फाई सेवा मिल सके।
रेलटेल के सीएमडी पुनीत चावला ने रेलटेल द्वारा विगत वर्षों में हासिल की गई उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताते हुए इस बात पर विशेष जोर दिया कि रेलटेल भी बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद दूरसंचार क्षेत्र के उन चुनिंदा पीएसयू में शामिल है जो लगातार मुनाफा कमा रहे हैं, लाभांश का भुगतान कर रहे हैं और कर्ज मुक्त हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में रेलटेल का कारोबार 1017 करोड़ रुपये का रहा और उसका परिचालन मार्जिन 184 करोड़ रुपये आंका गया।
कार्यक्रम में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद यादव, रेलवे बोर्ड के सदस्य(सिग्नल एवं दूरसंचार) प्रदीप कुमार, रेलवे बोर्ड के अन्य सदस्य तथा रेलवे, दूरसंचार विभाग (डॉट) एवं रेलवे के पीएसयू के वरिष्ठ अधिकारी और दूरसंचार क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।