नई दिल्ली, 25 दिसंबर (हि.स.)।भारतीय रेलवे के 166 वर्ष के इतिहास में पहली बार वित्त वर्ष 2019-20 में अब तक के दौरान किसी हादसे में एक भी यात्री की मौत नही हुई है।
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा ‘सबसे पहले सुरक्षा। 166 वर्ष में पहली बार भारतीय रेलवे में एक वित्त वर्ष के दौरान किसी यात्री की मौत नही हुई।’ उन्होंने इस संबंध में एक समाचार भी साझा किया, जिसमें कहा गया है कि यात्री सुरक्षा के लिए उठाए गए उपायों के कारण यह संभव हो पाया । इसी तरह, ट्रेन टक्कर, ट्रेन में आग, ट्रेन का पटरी से उतरना और मानवरहित क्रॉसिंग पर हादसों की संख्या में पिछले 38 वर्षों की अवधि में 95 प्रतिशत की कमी आई है।
वर्ष 2017-18 में देश के रेलवे नेटवर्क में 73 दुर्घटनाएं हुईं । सुरक्षा उपायों के कारण चालू वित्त वर्ष में 59 दुर्घटनाएं हुईं।
रेलवे के आधुनिकीकरण के कारण विगत वर्षों में रेल दुर्घटनाओं में प्रायः लगातार कमी आती रही है। वर्ष 1960-61 में 2,131 दुर्घटनाएं हुई थीं, जो वर्ष 1970-71 में घटकर 840 हो गई । वर्ष 1990-91 में 532 दुर्घटनाएं हुईं और 2010-11 में घटकर 141 हो गई।
रेल दुर्घटनाओं से संबंधित रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 1990 से 1995 के पांच वर्षों में प्रतिवर्ष औसत रुप से पांच सौ दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 2,400 लोगों की मौत हुई और 4,300 घायल हुए। सुरक्षा मोर्च पर सुधार के कारण वर्ष 2013 से 2018 के दौरान प्रतिवर्ष औसत रुप से 110 दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 990 लोग मारे गए और 1,500 लोग घायल हुए।