मेरे पिता मुझमें जीवित हैं,हिंसा आपसे कुछ नहीं छीन सकती : राहुल

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कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार पर बोला हमला



नई दिल्ली, 17 फरवरी (हि.स.)। पुदुचेरी में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी राज्य के दौरे पर पहुंचे। यहां मुथियालपेट में मछुआरों से संवाद के बाद राहुल गांधी ने भारतीदासन गवर्नमेंट महिला कॉलेज की छात्राओं से संवाद किया और एक छात्रा के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पिता राजीव गांधी की हत्या से उन्हें काफी दुख हुआ था लेकिन इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के प्रति उनके मन में कोई नफरत या गुस्सा नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंसा आपसे कुछ नहीं छीन सकती… मेरे पिता मुझमें जीवित हैं… मेरे पिता मेरे जरिए बात कर रहे हैं।

राहुल गांधी बुधवार को भारतीदासन गवर्नमेंट महिला कॉलेज की छात्राओं को संबोधित कर रहे थे, तभी एक छात्रा ने पूछा कि लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) ने आपके पिता की जान ले ली थी, उन लोगों के बारे में आप क्या सोचते हैं? इस पर राहुल गांधी ने कहा कि 1991 में अपने पिता राजीव गांधी की हत्या से काफी दुख हुआ था लेकिन इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के प्रति अब मन में कोई नफरत या गुस्सा नहीं है। उन्होंने कहा,  ‘मैंने अपने पिता को खो दिया है और वो मेरे लिए मुश्किल समय था। मुझे काफी दुख हुआ था।’ एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हिंसा आपसे कुछ नहीं छीन सकती… मेरे पिता मुझमें जीवित हैं… मेरे पिता मेरे जरिये बात कर रहे हैं।’

इससे पहले, छात्राओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वर्तमान समय में युवाओं को अपने हक़ के लिए लड़ना होगा। आज कुछ पूंजीपतियों के प्रति सरकार की नरमी से स्थिति यह है कि 3-4 बड़ी कंपनियां ही देश को चला रही हैं। अगर ऐसा ही चलेगा तो हमारा भविष्य क्या होगा। इसीलिए जरूरी है कि युवा अपनी जिम्मेदारी को समझे और आगे आकर सवाल करें। नौजवानों को किसी को भी यह इजाजत नहीं देनी चाहिए कि कोई उन्हें चुप करा दे। यही उनकी शक्ति है।

तीन नए कृषि क़ानून को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ये कानून भारत के कृषि क्षेत्र को नष्ट कर देंगे और फिर पूरी खेती 3-4 व्यापारियों के हाथ में दे दी जाएगी। इसीलिए कांग्रेस पार्टी इन क़ानूनों के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने कहा कि वो व्यक्तिगत रूप से इन क़ानूनों के खिलाफ लड़ रहे हैं। कृषि कानूनों के बाद वर्तमान सरकार छोटे और मध्यम व्यवसायों पर हमला कर रही है, क्योंकि वे चाहते हैं कि सभी व्यवसाय बड़े निगमों द्वारा नियंत्रित हों। कांग्रेस पार्टी का नजरिया अलग है। हम छोटे और मध्यम व्यवसायों को मजबूत करना चाहते हैं, क्योंकि हमारा मानना ​​है कि यही इस देश की ताकत है। यह समझना जरूरी है कि इस देश में छोटे और मध्यम उद्योग, किसान और ट्रेडर्स ही रोज़गार उपलब्ध कराते हैं। यही देश का आधार हैं।

केंद्र पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि वर्तमान की मोदी सरकार उनके खिलाफ बुलंद होने वाली हर आवाज को दबाने में लगी है। चाहे वो आवाज किसानों की हो, मजदूरों की हो या फिर संवैधानिक तथ्यों को लेकर विपक्ष प्रश्न उठा रहा हो। सरकार की नजर में सभी गलत हैं और उन्हें खामोश कराने के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया जाता है। ऐसे में सरकार लोगों को डराकर और उन्हें बोलने की अनुमति नहीं देकर देश के कैरेक्टर और डेस्टिनी को नष्ट कर रही है।

उल्लेखनीय है कि पुदुचेरी विधानसभा का पांच साल का कार्यकाल आठ जून को पूरा हो रहा है। विधानसभा का चुनाव अप्रैल-मई में संभावित है। हालांकि राहुल गांधी के दौरे से पहले ही राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गया है। एक के बाद एक विधायकों के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस की गठबंधन सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। उस पर विधायक ए. जॉन कुमार के इस्तीफा देने के बाद अब राज्य में संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में चुनावी अभियान के साथ राहुल के सामने सरकार बचाने की भी बड़ी जिम्मेदारी होगी।

 


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