डीएसपी देविंदर सिंह की जांच एनआईए को सौंपा जाना उसे ‘डेड’ करने जैसा : राहुल गांधी
नई दिल्ली, 17 जनवरी (हि.स.)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हिजबुल मुजाहिदीन के साथ गठजोड़ के मामले में गिरफ्तार डीएसपी देविंदर सिंह के मामले को एनआईए को सौंपे जाने के मुद्दे पर सरकार की आलोचना की है। राहुल का कहना है कि योगेंद्र चंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को मामला सौंपा जाना लगभग उसे ‘डेड’ करने जैसा है।
राहुल गांधी ने ट्वीटर पर लिखा, “आतंकवादी डीएसपी देविंदर को चुप कराने का सबसे अच्छा तरीका है, मामले को एनआईए को सौंप देना। एनआईए का नेतृत्व एक और मोदी – वाईके करते हैं, जिन्होंने गुजरात दंगों और हरेन पांड्या की हत्या की जांच की। वाईके (मोदी) की देखभाल में मामला लगभग मृत (कोई जांच न होने) जैसा है और क्यों??”
वाईसी मोदी को सुप्रीम कोर्ट की विशेष जांच समिति के तहत 2002 में हुए गुजरात दंगों की जांच का काम मिला था। उन्हें 2017 में एनआईए का प्रमुख बनाया गया था। दूसरी ओर दविंदर सिंह को शनिवार को हिजबुल मुजाहिदिन के दो आतंकियों के साथ श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय हाईवे पर गिरफ्तार किया गया था।
इससे पहले गुरुवार को राहुल ने ट्वीट कर कहा था कि डीएसपी देविंदर सिंह ने अपने घर पर खून से लथपथ 3 आतंकवादियों को शरण दी और उन्हें दिल्ली ले जाते हुए पकड़ा गया। उसके खिलाफ 6 महीने के भीतर फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वारा मुकदमा चलाया जाना चाहिए और अगर दोषी पाया जाए, तो देशद्रोह के लिए कठोरतम कठोर सजा दी जाए।