लंदन, 22 जुलाई (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष(आईएमएफ) के नए प्रबंध निदेशक पद की दौड़ में भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का नाम सबसे आगे चल रहा है। यह उम्मीद है कि वह इस पद पर आसीन हो सकते हैं। यह जानकारी सोमवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय से यह मांग की जा रही है कि वह उक्त पद पर इस बार किसी भारतीय के नाम का समर्थन करे। इसके बाद राजन की संभावना काफी प्रबल हो गई है। आईएमएफ के प्रबंध निदेशक की दौड़ में राजन के अलावा बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर मार्क कार्नी, डेविड कैमरून सरकार में चांसलर रह चुके जॉर्ज ओसबोर्न और नीदरलैंड के पूर्व वित्त मंत्री जेरोइन डिजस्सेलब्लोएम का नाम भी चल रहा है।
विदित हो कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की निवर्तमान प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लेगार्ड ने पिछले दिनों अपना त्याग पत्र दे दिया था। उनका इस्तीफा 12 सितंबर से प्रभावी होगा। वह यूरोपीय सेंट्रल बैंक की प्रेसिडेंट बनने जा रही हैं। इसके पहले इस बात की भी काफी चर्चा थी कि रघुराम राजन को बैंक ऑफ इंग्लैंड का गवर्नर बनाया जा सकता है। हालांकि राजन ने इससे इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने इस पद के लिए आवेदन ही नहीं किया है।
विदित हो कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की निवर्तमान प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लेगार्ड ने पिछले दिनों अपना त्याग पत्र दे दिया था। उनका इस्तीफा 12 सितंबर से प्रभावी होगा। वह यूरोपीय सेंट्रल बैंक की प्रेसिडेंट बनने जा रही हैं। इसके पहले इस बात की भी काफी चर्चा थी कि रघुराम राजन को बैंक ऑफ इंग्लैंड का गवर्नर बनाया जा सकता है। हालांकि राजन ने इससे इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने इस पद के लिए आवेदन ही नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि वैश्विकस्तर पर यह मांग बढ़ती जा रही है कि इस बार आईएमएफ का प्रमुख यूरोप और अमेरिका से बाहर किसी व्यक्ति को बनाया जाए। ब्रिटेन के विदेशी मामलों की समिति के अध्यक्ष टिम टुगेनढत ने विदेश मंत्री जेरेमी हंट को एक पत्र लिखकर यह मांग की है। इनके अलावा समाचार पत्र संडे टाइम्स के आर्थिक संपादक डेविड स्मिथ ने लिखा है, ‘यह बिल्कुल उचित समय है कि यह पद किसी उभरते बाजार वाले उम्मीदवार को मिले। भारत के केंद्रीय बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन इसके लिए उपयुक्त हैं, क्योंकि वह इस संस्था के पूर्व अर्थशास्त्री रह चुके हैं। राजन फिलहाल शिकागो यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर है।