नस्लीय हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन अमेरिका में
शिकागो 29 मार्च (हि. सं.)। अमेरिका में नस्लीय हिंसा व अपराधों के खिलाफ शिकागो और न्यूयॉर्क में हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया। शिकागो के चाइना टाउन स्क्वॉयर में नस्ली भेदभाव और अपराधों के खिलाफ हजारों लोग सड़कों पर आ गए। इन सभी के हाथों में ‘स्टॉप एशियन हेट’, ‘जीरो टॉलरेंस फॉर रेसिज्म’ लिखे नारों की तख्तियां लगी हुई थीं। प्रदर्शनकारियों के बीच स्थानीय अधिकारी और पुलिस प्रमुख भी साथ में थे और वे लोगों को घृणा -अपराध प्रभावी रूप से रोकने का आश्वासन दे रहे थे।
ज्ञात हो कि 16 मार्च को अटलांटा में आठ लोगों की हत्या कर दी गई थी, इनमें से छह एशिायाई मूल की महिलाएं थीं। इसके बाद लगातार कई घटनाएं हुईं। प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगों में सुरक्षा बढ़ाना, नस्लीय हिंसा के अपराधों की शिकायतों के लिए अलग से वेबसाइट बनाना , हिंसा पीड़ित के लिए फंड, जो मामले हैं, उन पर तत्काल कार्रवाई आदि शामिल थीं। न्यूयॉर्क में भी नस्लीय हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में 25 राज्यों के 60 से ज्यादा शहरों के लोगों का प्रतिनिधित्व था। न्यूयॉर्क में ताजा नस्लीय हिंसा के बाद अब तक दस से ज्यादा रैली आयोजित की जा चुकी हैं। इस आंदोलन के केंद्र में अमेरिकी पुलिस है। पुलिस पर समय-समय पर अश्वेतों को बेवजह निशाना बनाने के आरोप लगते रहते हैं।
गत वर्ष अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इस प्रदर्शन में कम से कम पांच लोगों की मौत हुई थी। चार हजार अधिक लोगों की गिरफ्तारी हुई थी और अरबों डॉलर की संपत्ति को नुकसान पहुंचा था। यहां तक कि व्हाइट हाउस के बाहर भारी विरोध प्रदर्शन के कारण तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बंकर में जाना पड़ा था।