ब्रिक्स वार्ता से पहले पुतिन-मोदी की बैठक, भारत का शांति पर जोर
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को रूसी शहर कजान में आयोजित ब्रिक्स शिखर वार्ता से पूर्व द्विपक्षीय बैठक की। रूस-यूक्रेन संघर्ष में शांति और स्थिरता को पूरा समर्थन देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे सभी प्रयास मानवता को प्रमुखता देते हैं। आने वाले समय में भारत हरसंभव सहयोग देने को तैयार है।
द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने रूस और यूक्रेन संघर्ष को लेकर कहा कि वे लगातार दोनों देशों के संपर्क में रहे हैं। वे मानते हैं और पहले दोहरा चुके हैं कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से ही होना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज कजान पहुंचे हैं। ब्रिक्स के सदस्य देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेता इसमें भाग ले रहे हैं।
ब्रिक्स की सफल अध्यक्षता के लिए रूस को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ब्रिक्स ने 15 वर्षों में अपनी अलग पहचान बनाई है और अब विश्व के अनेक देश इससे जुड़ना चाहते हैं।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने मित्रता एवं गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए राष्ट्रपति पुतिन का आभार व्यक्त किया। बैठक के स्थान को लेकर खुशी जताते हुए उन्होंने कहा कि इस शहर के साथ भारत के गहरे और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। कजान में भारत के नए महावाणिज्य दूतावास खुलने से रूस के साथ संबंध और मजबूत होंगे।
प्रधानमंत्री ने इस बात का उल्लेख किया कि दोबारा सरकार में आने के बाद तीन महीने में यह रूस की उनकी दूसरी यात्रा है। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि दोनों देशों के बीच करीबी समन्वय और गहरी मित्रता है।