पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से विकास को मिलेगी गति, स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार

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सुलतानपुर,12 नवम्बर (हि.स.)। प्रदेश की योगी सरकार के एक बड़े प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 नवम्बर को उद्घाटन कर जनता को समर्पित करेंगे। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ से गाजीपुर को सीधे जोड़ने वाला यह एक्सप्रेस-वे लगभग 341 किमी लंबा है।

यह एक्सप्रेसवे न सिर्फ उद्योग धंधों का रास्ता खोलेगा बल्कि पूर्वांचल के विकास को रफ्तार देने के साथ क्षेत्रीय लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार भी उपलब्ध कराएगा।

उदघाटन समारोह का आयोजन उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले के कूरेभार के पास अरवलकीरी करवत में बने एयर स्टिप के पास प्रस्तावित है। इस दौरान यहां से फाइटर प्लेन उड़ान भरेंगे। आसमान में देश की शक्ति का प्रदर्शन भी होगा। वायु सेना के अधिकारियों ने कई दिनों से डेरा डाल रखा है।

उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर 16 नवम्बर से वाहन फर्राटा भरेंगे। एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय गांव से शुरू होगा।प्रदेश का पूर्वांचल एक्सप्रेस लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर से होकर निकलेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ेगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के बाद लखनऊ से आजमगढ़ होते हुए गाजीपुर तक सिक्स लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण शुरू करवाया था। एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 340.824 किमी है और इसे भविष्य में आठ लेन का किया जा सकता है।

सुलतानपुर जिले में इसकी लंबाई 103 किमी है , जो पश्चिमी छोर हलियापुर से शुरू होकर अखंडनगर तक गुजर रहा है। इस पर अब तक लगभग 23 हजार करोड़ रुपये खर्च हो चुके है।

लगभग साढ़े तीन किमी की हवाई पट्टी

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के पैकेज चार में अरवलकीरी करवत में हवाई पट्टी बनाई गई है। यह 3.5 किलोमीटर लंबी है। है। इसमें जयसिंहपुर तहसील के आठ गांव अरवलकीरी करवत, गौरा, जफरापुर, दखिनवारा, खरसोमा, अकोढ़ी, करौते व फुलौना के किसानों की भूमि ली गई है।

यूपीडा कैंप कार्यालय के सामने तैयार हो रहा है मंच

यूपीडा कैंप कार्यालय के सामने तैयार हो रहा है मंच। मंच 150 चौड़ा और 600 मीटर लंबा मंच बनाया जा रहा है । इसके लिए आसपास गांवों के 70 किसानों से 1200 एअर भूमि ली गई है।

दिल्ली से बिहार तक का सफर होगा आसान

पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से न सिर्फ यूपी के बल्कि बिहार के लोगों को भी फायदा मिलेगा। इसके उद्घाटन के बाद अब दिल्ली से बिहार तक का सफर भी आसान हो जाएगा। दिल्ली से यमुना एक्सप्रेसवे से आगरा और फिर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से लखनऊ तक का सफर पूरा होगा। इसके बाद लखनऊ से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से गाजीपुर आसानी से पहुंचा जा सकेगा। गाजीपुर से बिहार बॉर्डर की सीमा सिर्फ 20 किमी दूर है।

बता दें कि, योगी आदित्यनाथ के सत्ता संभालने से पहले उत्तर प्रदेश में दो ही एक्सप्रेस वे थे। अब उत्तर प्रदेश में पांच एक्सप्रेस-वे होने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जुलाई 2018 में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था।


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